वफा की चाहत में ये,
दिल दीवाना हो गया ।
रहता है जिस तन में,
उससे बेगाना हो गया ।
नजरों में तस्वीर उसकी,
बसाये जमाना हो गया ।
नहीं छूटता यादों का साया,
ये तो इक खजाना हो गया ।
हम कदम हम निवाला था जो,
वो ख्वाब बन पुराना हो गया ।
यादों को झकझोरती सुन्दर रचना............ अच्छा लिखा है
यादो को खंगालती ..........एक बेहद हृदयस्पर्शी कविता
वफा की चाहत में ये,दिल दीवाना हो गया ।sunder bhav yadon ke naam
बेहतरीन!
यादों को झकझोरती सुन्दर रचना............ अच्छा लिखा है
जवाब देंहटाएंयादो को खंगालती ..........एक बेहद हृदयस्पर्शी कविता
जवाब देंहटाएंवफा की चाहत में ये,
जवाब देंहटाएंदिल दीवाना हो गया ।
sunder bhav yadon ke naam
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