बुधवार, 28 फ़रवरी 2018

होली है होली !!!


प्रेम फागुनी
मन के उत्सव में
भीगता रहे !
..
धरा ने खेला
अम्बर संग रंग
मचा धमाल !
...
होली के रंग
अपनों के संग हैं
कहे फागुन !
...
होली के रंग
पिचकारी के संग
भीगे गुलाल !
...
पीकर भंग
बोले होली है होली
रंगों की टोली !


बुधवार, 21 फ़रवरी 2018

बेटी तो सदा दिल का अरमान होती है !!!

बेटी बाबुल के दिल का टुकड़ा भैया की मुस्कान होती है,
आँगन की चिड़िया माँ की परछाईं घर की शान होती है !
..
खुशियों के पँख लगे होते हैं उसको घर के हर कोने में
रखती है अपनी निशानियां जो उसकी पहचान होती हैं !
..
माँ की दुलारी पापा की लाडली भैया की नखरीली वो
रूठती झगड़ती इतराती हुई करुणा की खान होती है !
..
भाई की राखी दूज का टीका मीलों दूर होकर भी जब
वो सजल नयनों से भेजकर हर्षाये तो सम्मान होती है !
..
संध्या वंदन कर एक दिया आँगन की तुलसी पे रखती,
मानो ना मानो बेटी तो सदा दिल का अरमान होती है !




ब्लॉग आर्काइव

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
मन को छू लें वो शब्‍द अच्‍छे लगते हैं, उन शब्‍दों के भाव जोड़ देते हैं अंजान होने के बाद भी एक दूसरे को सदा के लिए .....