घाटियों से क्षितिज तक पहुँचने की धुन ............. प्रकृति अपनी अदभुत छटा बिखेरती कहाँ नहीं ! बस इसी तरह अपने नाम के अनुरूप हैं वे भी अपनी गौरवमयी आभा लिये पूरी तरह सहज़ सरल गरिमामयी व्यक्तित्व की स्वामिनी आदरणीय रश्मि प्रभा जी जिसने भी देखा आपको जिसने भी आपको जाना वह आपके व्यक्तित्व से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सका जिसने भी आपको पढ़ा वह आपकी लेखनी का क़ायल हो गया ऐसा होना स्वाभाविक भी है क्यूँकि आज की इस भागमभाग दुनिया में इंसान के पास खुद के लिए समय नहीं वहीं ये दूसरों के लिए समय निकालती हैं उन्हें पढ़ती हैं फिर उसमें से चयन करती हैं उनकी श्रेष्ठ ही नहीं सर्वश्रेष्ठ रचना का फिर उसे एक मंच देती हैं कभी वटवृक्ष तो कभी ब्लॉग बुलेटिन या फिर मेरी नज़र से पर तब उनका सम्मान और उनका व्यक्तित्व हमारे लिए आदर्श बन जाता है ।
दुराग्रह से पीड़ित मैंने बहुतों को देखा , पर रश्मि जी को यदि कभी किसी के लिए कुछ कहा भी गया तो उन्होंने गलत को अनदेखा करने का ही नज़रिया दिया . अपशब्द तो कभी नहीं निकले उनकी कलम से - परोक्ष, अपरोक्ष रूप से वे कई बार व्यथित हुई, उनके बहुत नज़दीक होने से मुझे इसका अंदाजा रहा , फिर भी उन्होंने खुद को सहज कर लिया , छुपकर या आगे आकर कोई वार नहीं किया .
विरासत में उनको सहजता, शालीनता , सहनशीलता और मुस्कान मिली है... जिसे अपने बच्चों के साथ उन्होंने सबके साथ साझा किया . राहें बनाना उनका मकसद है .... उनको देखकर लगता है कि मदर टेरेसा की राहों में कितनी मुश्किलें आई होंगी .
साहित्य के लिए वह एक धरोहर हैं ... और राष्ट्रीय धरोहर के सम्मान की ज़िम्मेदारी सबकी है . सुनने में अतिशयोक्ति लगेगी , पर धरोहर वही है जो सबका सम्मान करे .
अपने लिए तो सब करते हैं जो औरों के लिए करता है वही तो आदर्श बनता है क्या आप खुद के लिए कुछ करके कभी स्वयं की नज़रों में आदर्श बने हैं एक जवाब सच्चे दिल से निकलेगा नहीं तो फिर ऐसी शख्सि़यत जो ना जाने कितने लोगों का आदर्श बनकर किसी के लिए मासी तो कहीं मां तो किसी के लिए दीदी का सम्बोधन स्वत: निकल पड़ता है लबों से और वे उँगली थामकर चलती हैं साथ ही साथ एक मार्गदर्शक की तरह बस यही वे क्षण होते हैं जहां हम उन पर गर्व करते हैं लेकिन वे अभिमान रहित हमेशा अपनी सहज़ता से हमें नि:शब्द कर देती हैं ... पिछले वर्ष उनका जब किडनी में स्टोन का ऑपरेशन हुआ उसके बाद से उनका स्वास्थ्य पूरी तरह संभल नहीं पाया ... लेकिन हममें से किसी को कभी अहसास नहीं हुआ क्योंकि वे स्वास्थ्य को गंभीर रूप से लेती ही नहीं है ... नियमित रूप से उन्होंने हम सभी के ब्लॉग पर अपनी निरंतरता बनाये रखी अभी भी अस्वथता की स्थिति में वे हम सबका मार्गदर्शन करती रहती हैं ।
जब कभी उनसे बात होती है तो मन पूरी तरह से उनके प्रति नतमस्तक हो जाता है ... इस पोस्ट को आपके सामने लाने का मेरा कोई और ध्येय नहीं है उनका ब्लॉग जगत एवं लेखन के प्रति आस्था देखकर मन यही कहता है व्यक्तित्व हो तो ऐसा जिसपर सब गर्व करते हैं ... वे सहज़ ही एक मुस्कान से हमें अभिभूत कर देती हैं ...वे हमेशा ऐसी ही रहें सहज़ सरल और गरिमामयी ... ताकि हम सबका मार्गदर्शन होता रहे ... उनके स्वास्थ्य के लिए अनंत शुभकामनाएं ...
रश्मि दी खुश रहें मुस्कुराती रहें.....
जवाब देंहटाएंउनका हाथ हमारे सर पर रखा रहे......
मेरा प्रणाम उन्हें और आपका शुक्रिया सदा.
सस्नेह
अनु
Rashmiji kee saraltaa,lagn aur karte rahne ke zazbe se prabhaavi hoon ,
जवाब देंहटाएंआदरेया रश्मि जी के श्री चरणों में मेरा प्रणाम, सदा जी आपके द्वारा रश्मि जी को थोडा और जानने का मौका मिला आपका तहे दिल से शुक्रिया. रश्मि जी स्वस्थ रहे यही मेरी शुभ-कामना है इश्वर से.
जवाब देंहटाएंरश्मि दी ...हमेशा से आपको पढ़ती हूँ ...कायल हूँ आप की लेखनी की ....आपने हम सभी को बहुत प्रोत्साहन दिया है ...!!
जवाब देंहटाएंआप हम सभी को यूं ही मार्गदर्शन देती रहें ....मुस्कुराती रहें ....सदा जी आपका आभार इस पोस्ट के लिए ....
ब्लॉग जगत यूं ही आलोकित प्रदीप्त होता रहे उनकी प्रभा से ,आभा से यूं ही रोशन रहे उनका प्रभामंडल ,सेहत मंडल .
जवाब देंहटाएंउजले उजले फूल खिले थे ,
जैसे तुम बातें करती हो .
आलम में खुशबू भरती हो .
ram ram bhai
सोमवार, 3 सितम्बर 2012
स्त्री -पुरुष दोनों के लिए ही ज़रूरी है हाइपरटेंशन को जानना
स्त्री -पुरुष दोनों के लिए ही ज़रूरी है हाइपरटेंशन को जानना
What both women and men need to know about hypertension
सेंटर्स फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के एक अनुमान के अनुसार छ :करोड़ अस्सी लाख अमरीकी उच्च रक्त चाप या हाइपरटेंशन की गिरिफ्त में हैं और २० फीसद को इसका इल्म भी नहीं है .
क्योंकि इलाज़ न मिलने पर (शिनाख्त या रोग निदान ही नहीं हुआ है तब इलाज़ कहाँ से हो )हाइपरटेंशन अनेक स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं खड़ी कर सकता है ,दिल और दिमाग के दौरे के खतरे के वजन को बढा सकता है .दबे पाँव आतीं हैं ये आफत बारास्ता हाइपरटेंशन इसीलिए इस मारक अवस्था (खुद में रोग नहीं है जो उस हाइपरटेंशन )को "सायलेंट किलर "कहा जाता है .
माहिरों के अनुसार बिना लक्षणों के प्रगटीकरण के आप इस मारक रोग के साथ सालों साल बने रह सकतें हैं .इसीलिए इसकी(रक्त चाप की ) नियमित जांच करवाते रहना चाहिए .
आपका कहना सही है रश्मि जी का गरिमामयी व्यक्तित्व है ही ऐसा जो सबको सम्मोहित कर लेता है। वे स्वस्थ रहें यही कामना है।
जवाब देंहटाएंरश्मि दी को जितना पढ़ा-लिखा जाय उनके गौरवपूर्ण व्यक्तित्व को देखकर शब्द उनके लिए कम ही होंगे वे सदा स्वस्थ रहें यही मनोकामना है!
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति के लिए आपका आभार
लगभग सवा साल ही हुए हैं मुझे इस ब्लाग परिवार से जुड़े हुए, आज अगर आप पूछें कि मेरी यहां सबसे बड़ी उपलब्धि क्या है ? तो मेरा एक ही जवाब होगा कि यहां रश्मि दीदी जैसी बहन मिलीं।
जवाब देंहटाएंवो जिस जगह पर हैं वहां तक पहुंचने के लिए कम से कम मुझे तो दूसरा जन्म ही लेना होगा। मुझे आज भी वो दिन याद है, जब मैं कुछ काम से पुणे गया और वहां मेरी मुलाकात रश्मि दी से हुई। बिल्कुल नहीं लगा कि मैं उनसे पहली बार मिल रहा हूं या मैं इस घर मे नया हूं। मुझे उम्मीद है कि हम सबके लिए उनका स्नेह और आशीर्वाद हमेशा सुरक्षित रहेगा।
सदा जी, सच में आज इस लेख की बहुत जरूरत थी, ऐसा लग रहा है कि मेरे मन की बात को आपने शब्द दे दिया। आपका बहुत बहुत आभार
ऐसे व्यक्तित्व को मेरा प्रणाम ..........ईश्वर उन्हें स्वस्थ रखे और हम उनकी लेखनी से लाभान्वित होते रहे |
जवाब देंहटाएंरश्मि जी के स्वस्थ होने की कामना सहित सुन्दर भावना का सम्मान .
जवाब देंहटाएंरश्मि दी के स्वास्थ्य के लिए शुभकामनाएँ...उनकी रचनाएँ सदा प्रेरक हुआ करती हैं,उनका स्नेह आशीर्वाद बना रहे और ईश्वर उन्हें खुश रखें, ईश्वर से यही कामना है|
जवाब देंहटाएंऐसे व्यक्तित्व को मेरा प्रणाम
जवाब देंहटाएंरश्मि आंटी के स्वास्थ के लिए शुभकामनाये..
जवाब देंहटाएं:-)
भले ही मै उम्र में उनसे बड़ा हूँ,लेकिन ब्लोगिग प्रति उनका समर्पण भाव देख,जो इज्जत और सम्मान उनके लिये मेरे मन में है,वह ब्लॉग जगत में किसी के लिये नही है,,,,
जवाब देंहटाएंरश्मी जी को शीघ्र स्वस्थ होने की,,,,शुभकामनाए,,,,,
RECENT POST-परिकल्पना सम्मान समारोह की झलकियाँ,
रश्मि जी को मैं कुछ ही दिनो से जानती हूँ। बहुत ही विनम्र और विदुषी महिला है। उनके शीग्र ठीक होने की कामना करती हूँ।
जवाब देंहटाएंएक बेहतरीन शख्सियत के स्वास्थ्य के प्रति हम भी अपनी कामना ईश्वर से करते हैं कि वे शीघ्रातिशीघ्र स्वस्थ हों।
जवाब देंहटाएंआपका आभार सदा जी :)
जवाब देंहटाएंरश्मि जी के स्वास्थ्य के प्रति हम भी अपनी कामना , ईश्वर से करते हैं कि वे शीघ्रातिशीघ्र स्वस्थ हों !!
अपने नाम को चरितार्थ करती हैं रश्मि जी , आपकी भावनाओं में हमारी भावना भी निहित है . उनके मंगल कामना के साथ उनको नमन..
जवाब देंहटाएंशीघ्र स्वास्थ्य लाभ करें और सक्रियता से ब्लॉगजगत को जीवन्त करें, यही प्रार्थना है।
जवाब देंहटाएंmere liye bas RASHMI DI hain:)
जवाब देंहटाएंRashmi ji ke mera sadar pranam ..............
जवाब देंहटाएंसदा जी धन्यवाद रश्मि के बारे में इतनी अच्छी पोस्ट के लिये वो इस से भी अधिक की अधिकारिणी हैं
जवाब देंहटाएंmaine to kabhi socha bhi nahi tha, main kavita likhunga aur log unko pasand karenge aur to aur mujhe is ke liye koi puruskaar bhi mil payega... par kab kaise DI se dosti hui aur fir di ke shabdo ko pakar kar kahan se kahan pahuch gaya....:)
जवाब देंहटाएंवे स्वस्थ रहें यही कामना है।
जवाब देंहटाएंरश्मि दीदी और आपको प्रणाम !
जवाब देंहटाएंRashmi Ji Kya thi, Kya hai aur kya rahengi Mere liye SHayad Koi Nahi Samajh Paayega... Just Want To Say "I Am ProUD of U Maa"... Waqt Thaharta nahi kabhi kisi k Liye, Yeh Waqt Bhi GuZar Jaayega...Get-well Soon Maa..! Ilu
जवाब देंहटाएंरश्मि जी को पढ़ना हमेशा ही सुखद रहता है ... उनका लेखन मन की भावनाओं को उथल पुथल कर जाता है ... सोचने पर मजबूर कर जाता है ...
जवाब देंहटाएंउनके स्वस्थ की मंगल कामनाओं सहित आपका भी आभार इस पोस्ट के लिए ...
उनके स्वास्थ्य के लिए शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंरश्मि प्रभाजी सा धैर्य और प्रोत्साहन देने की कला बहुत कम लोगो में होती है . बीमार होने पर भी अपनी सक्रियता लगतार बनाये रखना प्रेरणा देता है !
जवाब देंहटाएंदीदी
जवाब देंहटाएंहम आपको
फिर से
चुस्त-दुरुस्त
देखना चाहते हैं
ईश्वर आपकी आत्मशक्ति को सुदृढ़ करे
सादर
यशोदा
रश्मी दी जल्दी स्वस्थ हों यही कामना...उनसे मुलाकात होते होते रह गई ...बस फोन पर ही बात हो पाई थी...और खूब हँसे थे हम फोन पर ही बतिया कर ...उनके लिए एक पॉडकास्ट बनाने का सौभाग्य मिला था जो मुझे बहुत कुछ सीखा गया....आभार दी का...
जवाब देंहटाएंऔर तुम्हारा भी ...
Rashmeeji ko anek shubh kamnayen!
जवाब देंहटाएंरश्मिप्रभा जी का व्यक्तित्व और कृतित्व किसी मिथ्या एवं छद्म अनुशंसा का मोहताज नहीं है ! यह सर्व विदित है कि वे अपने आप में सर्वथा विलक्षण हैं तथा सभी नवोदित रचनाकारों को प्रोत्साहित करती हैं ! उनको प्रकाश में लाने के लिये वे उन्हें मंच प्रदान करती हैं और उनका मनोबल बढाती हैं ! हम सभी उनकी सौम्यता से अभिभूत हैं तथा उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं !
जवाब देंहटाएंमन के भावों से ओत - प्रोत पोस्ट .... रश्मि जी सच ही अपने नाम के अनुरूप हैं .... अपने साथ बहुतों के बारे में सोचती हैं .... उनसे बहुत कम समय के लिए मिलना हुआ फिर भी नि: शंक कह सकती हूँ कि विलक्षण व्यक्तित्त्व की धनी हैं .... शीघ्र स्वस्थ हों यही प्रार्थना है ।
जवाब देंहटाएंरश्मि मौसी,आप प्रेरणा की श्रोत हैं.. आपके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ...
जवाब देंहटाएंसादर
मधुरेश
आदरणीय रश्मि जी, को सादर प्रणाम . हम सबको यूँ ही आपका स्नेह, आशीर्वाद और मार्ग दर्शन मिलता रहे यही चाह है. आपके उत्तम स्वास्थ्य की कामना के साथ ...
जवाब देंहटाएंसादर
रश्मि जी के बहुमुखी व्यक्तित्व का मूल्यांकन एक बहुत ही कठिन कार्य है...उनका उत्कृष्ट लेखन हमेशा प्रभावित करता रहा है..उनके उत्तम स्वास्थ के लिये शुभकामनायें....
जवाब देंहटाएंरश्मि जी के बहुमुखी व्यक्तित्व को नमन..उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते है.....
जवाब देंहटाएंरश्मि जी से मिलना बात करना हमेशा प्रभावित करता रहा है ..उनके स्वस्थ के लिए शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंएक गरीमामय व्यक्तित्व!! रश्मि प्रभा जी!!
जवाब देंहटाएंउनके स्वास्थ्य के लिए अनंत शुभकामनाएँ।
रश्मि जी के व्यक्तित्व को वर्णित करने की जरूरत नहीं है. उनके कार्य और शब्दों को देख कर ही कहा जा सकता है कि वे क्या हें? स्वास्थ्य लाभ के लिए शुभकामनाएं. !
जवाब देंहटाएंरश्मि जी वास्तव में बटवृक्ष हैं जिसपर कोई भी घोंसला बना लेता है... सहारा ले लेता है... और समय आने पर उड़ जाता है.... लेकिन इस से वटवृक्ष और भी मजबूत होता है.... शाखाएं और सुदृढ़ होती हैं... रश्मि जी में असीम ऊर्जा है... बढ़िया लेख रश्मि जी पर.... शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना सहित...
जवाब देंहटाएंरश्मि जी बिलकुल इस सम्मान की हकदार है ब्लॉगजगत में उनका योगदान अमूल्य है ।
जवाब देंहटाएंरश्मि जी का व्यक्तित्व सचमुच बहुत आकर्षक और प्रेरक है. साहित्य के प्रति उनकी आस्था और कर्मठता उनके आत्मविश्वास और बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है. रश्मि जी शीघ्र स्वस्थ हों, शुभकामना है.
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