आज़ादी का ज़श्न कुछ इस तरह से हमें मनाना है,
रोता हो बच्चा जो उसे खिलखिला कर हँसाना है ।
उसकी मुस्कराहटों में बहते आंसुओं को पोछकर,
शहीदों की गौरवगाथा उन्हें आज फिर से बताना है ।
कुर्बानियों पे जिनकी नाज़ करता है तिरंगा आज भी,
ऐसे बलिदानियों की याद में उसे झूम के लहराना है ।
सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा है गीत वही जिसे,
लिखा है इकबाल ने बच्चे - बच्चे को वाकि़फ़ कराना है ।
मंदिर की घंटी तो कभी मस्जिद की अजा़न है तिरंगा ये,
जय हिन्द के घोष में सदा इसका सम्मान ही सिखाना है ।
बहुत सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति.स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें तिरंगा शान है अपनी ,फ़लक पर आज फहराए
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर .....
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जवाब देंहटाएंआज़ादी का ज़श्न कुछ इस तरह से हमें मनाना है,
रोता हो बच्चा जो उसे खिलखिला कर हँसाना है । ... सच्ची आज़ादी
सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा है गीत वही जिसे,
जवाब देंहटाएंलिखा है इकबाल ने बच्चे - बच्चे को वाकि़फ़ कराना है ।
मंदिर की घंटी तो कभी मस्जिद की अजा़न है तिरंगा ये,
जय हिन्द के घोष में सदा इसका सम्मान ही सिखाना है ।
ऐसी सुन्दर रचना के लिए प्रणाम स्वीकारें निःशब्द करती उर्जावान
बहुत सुन्दर ऐसे ही आजादी मनानी
जवाब देंहटाएंचाहिए...बच्चों - बच्चों के मन में
भारत के प्रति सम्मान को बढ़ाना चाहिए.
सुन्दर भाव...
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाये
कुर्बानियों पे जिनकी नाज़ करता है तिरंगा आज भी,
जवाब देंहटाएंऐसे बलिदानियों की याद में उसे झूम के लहराना है ।
...हमें अपने शहीदों पर नाज़ है
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें....!!!
आज़ादी के दिन की शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ-कामनाएं
जवाब देंहटाएंसुंदर भाव .... शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सहमत
जवाब देंहटाएंसुंदर भाव
बहुत बढिया
सुंदर भाव.
जवाब देंहटाएंस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.
वे क़त्ल होकर कर गये देश को आजाद,
जवाब देंहटाएंअब कर्म आपका अपने देश को बचाइए!
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,,
RECENT POST...: शहीदों की याद में,,
बहुत सुंदर रचना !
जवाब देंहटाएंbauhat khoob tareeka hai :)
जवाब देंहटाएंकाश कामयाब हों हम
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्यारी प्रस्तुति स्वतंत्रता दिवस की बधाई आपको
जवाब देंहटाएंसच में, आजादी का उत्सव इसी तरह मनाना चाहिये हमें।
जवाब देंहटाएं"मंदिर की घंटी तो कभी मस्जिद की अजा़न है तिरंगा ये,
जवाब देंहटाएंजय हिन्द के घोष में सदा इसका सम्मान ही सिखाना है"
सलाम आपकी सोच और आपके शब्दों को सदा जी! वाह !
बहुत खूब...वन्दे मातरम...
जवाब देंहटाएंवन्दे मातरम.......बहुत सुन्दर रचना के लिए बधाई ............
जवाब देंहटाएंजय हिंद !
जवाब देंहटाएंबधाई.. बधाई..
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना...
जवाब देंहटाएंआज़ादी के दिन को सही तरीके से मनाने की उदात्त भावना आपने इस कविता में भर दी है. बहुत सुंदर.
जवाब देंहटाएंबेहद उम्दा पोस्ट सदा जी इतना ही हम करलें सच्चे दिल से तो बहुत है आज़ादी का जशन मनाने के लिए।
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