दिखाए कोई ख्वाब देख लो देखने से बुरा हुआ है कभी
बस उन ख्वाबों को तुम आंखों में बसा मत लेना कभी ।
कोई ग़र कहे तुम्हें बुरा तो कह लेने दो उसे शौक़ से,
बस उन बुरी बातों को दिल से लगा मत लेना कभी ।
कोई तुम्हारे रास्ते में बनकर आ जाये अड़चन कभी,
चलते रहना घबराकर रास्ता बदल मत लेना कभी ।
दुश्मन को दोस्त न बना सको तो कोई बात नहीं पर,
दोस्त को दुश्मन तुम भूले से बना मत लेना कभी ।
अच्छाईयों में 'सदा' रब़ बसता है ऐसा सुना है बुजुर्गों से,
इन्हें अपना न सको गर तो नज़रे चुरा मत लेना कभी ।
बस उन ख्वाबों को तुम आंखों में बसा मत लेना कभी ।
कोई ग़र कहे तुम्हें बुरा तो कह लेने दो उसे शौक़ से,
बस उन बुरी बातों को दिल से लगा मत लेना कभी ।
कोई तुम्हारे रास्ते में बनकर आ जाये अड़चन कभी,
चलते रहना घबराकर रास्ता बदल मत लेना कभी ।
दुश्मन को दोस्त न बना सको तो कोई बात नहीं पर,
दोस्त को दुश्मन तुम भूले से बना मत लेना कभी ।
अच्छाईयों में 'सदा' रब़ बसता है ऐसा सुना है बुजुर्गों से,
इन्हें अपना न सको गर तो नज़रे चुरा मत लेना कभी ।
bahut hi khoobsurti se apni baat kahi hai..saadar
जवाब देंहटाएंकोई तुम्हारे रास्ते में बनकर आ जाये अड़चन कभी,
जवाब देंहटाएंचलते रहना घबराकर रास्ता बदल मत लेना कभी ।
बहुत बढ़िया ......
दुश्मन को दोस्त न बना सको तो कोई बात नहीं पर,
जवाब देंहटाएंदोस्त को दुश्मन तुम भूले से बना मत लेना कभी ।
बहुत खूब !
अच्छाईयों में 'सदा' रब़ बसता है ऐसा सुना है बुजुर्गों से,
जवाब देंहटाएंइन्हें अपना न सको गर तो नज़रे चुरा मत लेना कभी ।। वाह: इन सुन्दर पंक्तियों में छुपे बहुत सुन्दर भाव..आभार..
बढ़िया ...
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत गजल
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भाव....
जवाब देंहटाएंअच्छी गज़ल.
सस्नेह
अनु
अच्छाईयों में 'सदा' रब़ बसता है ऐसा सुना है बुजुर्गों से,
जवाब देंहटाएंइन्हें अपना न सको गर तो नज़रे चुरा मत लेना कभी ।
बहुत सुंदर बात कही है. खूबसूरत के साथ अर्थपूर्ण ग़ज़ल के लिए आभार.
कोई ग़र कहे तुम्हें बुरा तो कह लेने दो उसे शौक़ से,
जवाब देंहटाएंबस उन बुरी बातों को दिल से लगा मत लेना कभी ...
सच कहा है ... क्या पता इसी मिज कोई भलाई हो ... सार्थक शेर है ...
अच्छी भली सलाह पर, साधुवाद आभार |
जवाब देंहटाएंगाँठ बाँध कर राखिये, शुभ आचार-विचार ||
बहुत ही खुबसूरत ख्यालो से रची रचना......
जवाब देंहटाएंदुश्मन को दोस्त न बना सको तो कोई बात नहीं पर,
जवाब देंहटाएंदोस्त को दुश्मन तुम भूले से बना मत लेना कभी ।
अच्छाईयों में 'सदा' रब़ बसता है ऐसा सुना है बुजुर्गों से,
इन्हें अपना न सको गर तो नज़रे चुरा मत लेना कभी ।
निःशब्द करती भावों की लरियां जहाँ संवेदना अपने परम और चरम पर अपनी पराकाष्ठा को छूती है ...
बहुत ही प्रभावी ढंग से व्यक्त ये भाव..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर ............
जवाब देंहटाएंकोई ग़र कहे तुम्हें बुरा तो कह लेने दो उसे शौक़ से,
बस उन बुरी बातों को दिल से लगा मत लेना कभी ।
अच्छाईयों में 'सदा' रब़ बसता है ऐसा सुना है बुजुर्गों से,
जवाब देंहटाएंइन्हें अपना न सको गर तो नज़रे चुरा मत लेना कभी ।
बहुत प्रभावी प्रस्तुति,,,,,सदा जी बधाई,,,,,
स्वतंत्रता दिवस बहुत२ बधाई,एवं शुभकामनाए,,,,,
RECENT POST ...: पांच सौ के नोट में.....
सही कहा आपने
जवाब देंहटाएंअच्छाईयों में रब का बास होता है
और हमें इससे नहीं मुँह मोड़ना चाहिए !
उम्दा शेर... बहुत अच्छी ग़ज़ल...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंएक बेहद ख़ूबसूरत रचना के लिए बधाई।
जवाब देंहटाएंबढ़िया....
जवाब देंहटाएंबढिया रचना है इसी संदर्भ में कबीर का एक दोहा याद आगया -
जवाब देंहटाएंअच्छों को अच्छे मिलें ,मिले नींच को ,नींच .
पानी से पानी मिले ,मिले कीच सो कीच .
कृपया यहाँ भी पधारें -
ram ram bhai
मंगलवार, 14 अगस्त 2012
क्या है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा की बुनियाद ?
http://veerubhai1947.blogspot.com/
बहुत खूबसूरत गजल
जवाब देंहटाएंअच्छाईओं में रब का बास होता है ,
जवाब देंहटाएंइनसे नजरे चुरा कर जायेंगे कहाँ !
अच्छाईयों में 'सदा' रब़ बसता है ऐसा सुना है बुजुर्गों से,
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना है !!
यही तो वह चाबी है कोई भी ताला खोल सकती है
इसे संभाल के रख लेना मुश्किल में लगा लेना कभी !
har pankti sunder.......
जवाब देंहटाएंअच्छाईयों में 'सदा' रब़ बसता है ऐसा सुना है बुजुर्गों से,
जवाब देंहटाएंइन्हें अपना न सको गर तो नज़रे चुरा मत लेना कभी ।
खूबसूरत गज़ल
बहुत ही बढ़िया एवं शिक्षाप्रद रचना ! हर पंक्ति प्रेरक है और हर सन्देश अनुकरणीय ! बहुत-बहुत साधुवाद आपको !
जवाब देंहटाएंअच्छाईयों में 'सदा' रब़ बसता है ऐसा सुना है बुजुर्गों से,
जवाब देंहटाएंइन्हें अपना न सको गर तो नज़रे चुरा मत लेना कभी ।
सुभानाल्लाह.....बहुत ही खुबसूरत है ग़ज़ल।
जवाब देंहटाएंखुबसूरत एहसास लिए..
जवाब देंहटाएंकोई ग़र कहे तुम्हें बुरा तो कह लेने दो उसे शौक़ से,
जवाब देंहटाएंबस उन बुरी बातों को दिल से लगा मत लेना कभी ।
क्या बात है. बहुत खूबसूरत ग़ज़ल
खूबसूरत रचना...
जवाब देंहटाएं