आज़माना है तो मुझे तो कभी यूँ भी आज़मा के देख,
मैं हँसती रहूँ तेरे हर सितम पर तू मुझे रूला के देख ।
जा डाल दी खाक़ मैने तेरे हर गुनाह पे कोई शिक़वा नहीं,
जा माफ़ कर तू भी कभी किसी को यूँ अपना बना के देख ।
मुश्किलों का भी अपना है एक मज़ा तू इक बार यकीं से
इन मुश्किलों की ओर हौसले से सर अपना उठा के देख ।
दौर मुश्किल हो हालात नाजु़क हों जब भी कोई साथ न दे,
ऐसे वक़्त में तू इक बार दिल से मुझे आवाज़ लगा के देख ।
बुलन्दी पर पहुंचने का कोई टोटका नहीं होता है बता दे उसे,
बस इक बार सदा तू मन में लगन का दीप जला के देख ।
मैं हँसती रहूँ तेरे हर सितम पर तू मुझे रूला के देख ।
जा डाल दी खाक़ मैने तेरे हर गुनाह पे कोई शिक़वा नहीं,
जा माफ़ कर तू भी कभी किसी को यूँ अपना बना के देख ।
मुश्किलों का भी अपना है एक मज़ा तू इक बार यकीं से
इन मुश्किलों की ओर हौसले से सर अपना उठा के देख ।
दौर मुश्किल हो हालात नाजु़क हों जब भी कोई साथ न दे,
ऐसे वक़्त में तू इक बार दिल से मुझे आवाज़ लगा के देख ।
बुलन्दी पर पहुंचने का कोई टोटका नहीं होता है बता दे उसे,
बस इक बार सदा तू मन में लगन का दीप जला के देख ।
बहुत सुन्दर....
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे भाव समेटे हैं..
सस्नेह
अनु
Sundar shabdo se...sundar rachna likhi he apne...
जवाब देंहटाएंमुश्किलों का भी अपना है एक मज़ा तू इक बार यकीं से
जवाब देंहटाएंइन मुश्किलों की ओर हौसले से सर अपना उठा के देख । ..
waah.. sach mein isi me maza hai...
शुक्रिया ज़िन्दगी.....
इन मुश्किलों की ओर हौसले से सर अपना उठा के देख । ... फिर कई मायने मिलेंगे
जवाब देंहटाएंजा डाल दी खाक़ मैने तेरे हर गुनाह पे कोई शिक़वा नहीं,
जवाब देंहटाएंजा माफ़ कर तू भी कभी किसी को यूँ अपना बना के देख ...
बहुत मुश्किल है किसी को माफ कर देना ... बहुत ही गहरी बात कह दी इस शेर के माध्यम से ...
यह है बुधवार की खबर ।
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट प्रस्तुति चर्चा मंच पर ।।
आइये-
सादर ।।
वाह बहुत खूबसूरत गज़ल
जवाब देंहटाएंदौर मुश्किल हो हालात नाजु़क हों जब भी कोई साथ न दे,
जवाब देंहटाएंऐसे वक़्त में तू इक बार दिल से मुझे आवाज़ लगा के देख .....वाह:वाह: सदा जी, बहुत खुबसूरत गजल..आभार
हर सपना किसी का पूरा नहीं होता !
जवाब देंहटाएंकोई किसी के बिना अधुरा नहीं होता !!
जो रौशन करता हैं सब रातों को....!
वो चाँद भी तो हर रात पूरा नहीं होता !!
बहुत बढ़िया सदाजी बहुत ही बढ़िया ...
किसी रंजिश हो हवा दो कि मै जिन्दा हु अभी
जवाब देंहटाएंबेहतरीन अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया है आप की यह पेशकश ||
जवाब देंहटाएंवाह....हर शेर मुकम्मल और शानदार.....बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत खूब... बेहतरीन अभिव्यक्ति......
जवाब देंहटाएंवाह!!!सदा जी क्या बात है....बहतरीन भावभिव्यक्ति ....
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण पर शसक्त !
जवाब देंहटाएंमुश्किलों का भी अपना है एक मज़ा तू इक बार यकीं से
जवाब देंहटाएंइन मुश्किलों की ओर हौसले से सर अपना उठा के देख ।
वाह …………बहुत सुन्दर और सहज प्रस्तुति।
दौर मुश्किल हो हालात नाजु़क हों जब भी कोई साथ न दे,
जवाब देंहटाएंऐसे वक़्त में तू इक बार दिल से मुझे आवाज़ लगा के देख ।
सदा जी आज आपने दिल की बात कह दी बस कोई बात नहीं ना ही कोई टिपण्णी प्रणाम प्रणाम प्रणाम ........
जा डाल दी खाक़ मैने तेरे हर गुनाह पे कोई शिक़वा नहीं,
जवाब देंहटाएंजा माफ़ कर तू भी कभी किसी को यूँ अपना बना के देख ।
दौर मुश्किल हो हालात नाजु़क हों जब भी कोई साथ न दे,
ऐसे वक़्त में तू इक बार दिल से मुझे आवाज़ लगा के देख ।
vaah aaj is gazal ne to apka mureed bana diya.
ham bhi ehsas likhte hain par apke lafzon ne to jadu chala diya.
बेदर्दी यह दर्द नहीं सबको,ऐसे मिल जाता
जवाब देंहटाएंप्यार करोगे तब जानोगे,कैसे है यह आता,,,,,,,,
यह अंदाज भी भाया।
जवाब देंहटाएंbahut khoob.vah
जवाब देंहटाएंजा डाल दी खाक़ मैने तेरे हर गुनाह पे कोई शिक़वा नहीं,
जवाब देंहटाएंजा माफ़ कर तू भी कभी किसी को यूँ अपना बना के देख ।
Bahut Umda...Waah
शिकवा और शिकायतें, इस जीवन के साथ।
जवाब देंहटाएंआजमाइए दोस्त को, बुरा वक्त जब आय।।
बहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंआज़माना है तो मुझे तो कभी यूँ भी आज़मा के देख,
मैं हँसती रहूँ तेरे हर सितम पर तू मुझे रूला के देख ।
क्या कहने
जा डाल दी खाक़ मैने तेरे हर गुनाह पे, कोई शिक़वा नहीं,
जवाब देंहटाएंजा माफ़ कर तू भी कभी किसी को यूँ अपना बना के देख
बेतरीन ग़ज़ल कही है आपने. बहुत ख़ूब.
बुलन्दी पर पहुंचने का कोई टोटका नहीं होता है बता दे उसे,
जवाब देंहटाएंबस इक बार सदा तू मन में लगन का दीप जला के देख ।
वाह बहुत सुंदर अभिव्यक्ति ...!!
आत्म बल बढ़ाती पंक्तियाँ |
जवाब देंहटाएंदौर मुश्किल हो हालात नाजु़क हों जब भी कोई साथ न दे,
जवाब देंहटाएंऐसे वक़्त में तू इक बार दिल से मुझे आवाज़ लगा के देख ।
सुन्दर ग़ज़ल लिखी है ये शेर बेहद पसंद आया
बुलन्दी पर पहुंचने का कोई टोटका नहीं होता है बता दे उसे, behad sunder.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब....
जवाब देंहटाएंमाफ कर देने वाले शेर में छुपा दर्शन सबसे अच्छा लगा।
मन में लगन हो तो बुलंदी का कोई टोटका ज़रूरी नहीं ...
जवाब देंहटाएंप्रेरक !
शानदार प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंयूनिक तकनीकी ब्लाग------------- फेसबुक टाईमलाईन आपनाये
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