जिंदगी
मैं सोचती हूँ
जब भी तुम्हें
तो फिर
जाने क्यूँ सब कुछ
भूल जाता है smile emoticon
....
सच कहो
तुम कोई याद हो
या फिर रिश्ता
जन्मों का
जो निभाती हो
नाता ताजिंदगी
जिंदगी के साथ !
...
कोई रिश्ता
मन वचन के साथ-साथ
हो जाता है जिंदगी भी
अपने आप से
...
ये मन का आप
न जाने कितनी
कसौटियों का
लेखा-जोखा करता है
और निभाता है
रिश्ता हर एक से
परख मन की
आईना जिंदगी का
...
मैं सोचती हूँ
जब भी तुम्हें
तो फिर
जाने क्यूँ सब कुछ
भूल जाता है smile emoticon
....
सच कहो
तुम कोई याद हो
या फिर रिश्ता
जन्मों का
जो निभाती हो
नाता ताजिंदगी
जिंदगी के साथ !
...
कोई रिश्ता
मन वचन के साथ-साथ
हो जाता है जिंदगी भी
अपने आप से
...
ये मन का आप
न जाने कितनी
कसौटियों का
लेखा-जोखा करता है
और निभाता है
रिश्ता हर एक से
परख मन की
आईना जिंदगी का
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