मैं अभ्यस्त नहीं हूँ तुम्हारी तरह
हर छोटी से छोटी चीज़ को
अपनी आंखों में उतारने की
मैने तो नज़रअंदाज़ करना सीखा है
हर बात को
तुमने ही कहा था हर वक़्त
आईना बनकर मत रहो
तुम्हारे बाल बिखर गए हैं
तुम्हारे चेहरे पर चिंता की लकीरें
उभर आई हैं
तुम अभी मुस्करा रहे थे
अब ये क्रोध क्यूँ
बेपरवाह होकर देखो कभी जिंदगी को
झटक दो उन चिंताओं को
सिर को हिलाकर कभी
मुस्करा दो कभी यूँ ही बेतकल्लुफ़ हो
किसी अंजान शख़्स को देखकर
किसी अज़नबी को
बता दो पता उसकी मंजिल का
देखना जिन्दगी को
जीने का मज़ा दोगुना हो जाएगा ... !!!
क्या कहने
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
मुस्करा दो कभी यूँ ही बेतकल्लुफ़ हो
जवाब देंहटाएंकिसी अंजान शख़्स को देखकर
किसी अज़नबी को
बता दो पता उसकी मंजिल का
देखना जिन्दगी को
जीने का मज़ा दोगुना हो जाएगा .sahi kaha aapne bahut khub .
अदभुद
जवाब देंहटाएं"किसी अज़नबी को
जवाब देंहटाएंबता दो पता उसकी मंजिल का
देखना जिन्दगी को
जीने का मज़ा दोगुना हो जाएगा.."
Bahut sunder aayaam.. Abhaar!!
बेहतरीन,
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति,,,,,
RECENT POST ,,,,, काव्यान्जलि ,,,,, ऐ हवा महक ले आ,,,,,
बढ़िया.......................
जवाब देंहटाएंप्यार बांटते चलो....
जीने का मज़ा दुगुना होगा ही..
:-)
सस्नेह.
सच है छोटी कहती बातों कों नज़रंदाज़ करने की आदत होनी चाहिए ... जीवन का मज़ा तभी आता है ... सुन्दर भाव ...
जवाब देंहटाएंसच कहा ………नज़र अन्दाज़ करके जीवन का लुत्फ़ लिया जा सकता है।
जवाब देंहटाएंआईना बन कर बैठे रहने से किसी अजनबी को उसके घर का पता बताने में कहीं अधिक सार्थकता है जीवन की. सच ही तो है!
जवाब देंहटाएंआपकी इस उत्कृष्ठ प्रविष्टि की चर्चा कल मंगल वार 29/5/12 को राजेश कुमारी द्वारा चर्चा मंच पर की जायेगी |
जवाब देंहटाएंछोटी छोटी चिन्तायें बड़ी जिन्दगी को डुबो देती हैं।
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत खूब
जवाब देंहटाएंवाकई यूं तो जिंदगी जीने का मज़ा दोगुना हो जाएगा
भार लिये मत चलो ...
जवाब देंहटाएंथकान जल्दी होगी ....!!
सुंदेर अभिव्यक्ति सदा जी
बहुत खूब
जवाब देंहटाएंवैसे भी किसी का सी टी स्केन लेते रहना ,किसी को प्रेक्षण पर रखना ,आब्जर्व करना किसी भी मायने में मानवीय सम्बन्ध के लिए बहतर नहीं है . बहुत बढ़िया रचना है -
जवाब देंहटाएंऔर यहाँ भी दखल देंवें -
सोमवार, 28 मई 2012
क्रोनिक फटीग सिंड्रोम का नतीजा है ये ब्रेन फोगीनेस
वैसे भी किसी का सी टी स्केन लेते रहना ,किसी को प्रेक्षण पर रखना ,आब्जर्व करना किसी भी मायने में मानवीय सम्बन्ध के लिए बहतर नहीं है . बहुत बढ़िया रचना है -
जवाब देंहटाएंऔर यहाँ भी दखल देंवें -
सोमवार, 28 मई 2012
क्रोनिक फटीग सिंड्रोम का नतीजा है ये ब्रेन फोगीनेस
बस ज़रा सा दृष्टिकोण बदलना...जीने का मज़ा दोगुना..
जवाब देंहटाएंछोटी छोटी बातो को दिल पर न लेकर..
जवाब देंहटाएंमुस्कुराकर इन्हें भुलाना है..
जिंदगी का यही फ़साना है..
बहुत ही सुन्दर और उत्कृष्ट रचना...:-)
मुस्करा दो कभी यूँ ही बेतकल्लुफ़ हो
जवाब देंहटाएंकिसी अंजान शख़्स को देखकर
किसी अज़नबी को
बता दो पता उसकी मंजिल का
देखना जिन्दगी को
जीने का मज़ा दोगुना हो जाएगा
खुबसूरत लाइन भावों संग अभिव्यक्ति का अनूठा संगम
बहुत सुन्दर पैगाम छुपा है आपकी इस रचना में .... जिंदगी को जीने का एक तरीका ....उम्दा
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर........
जवाब देंहटाएंबेपरवाह होकर देखो कभी जिंदगी को
जवाब देंहटाएंझटक दो उन चिंताओं को
सिर को हिलाकर कभी
मुस्करा दो कभी यूँ ही बेतकल्लुफ़ हो
किसी अंजान शख़्स को देखकर
वाह खुश रहने का कितना आसान तरीका बता दिया है आपने...इतने आसान से तरीके को भी हम नहीं अपना पाते और दुखी होते रहते हैं...बेजोड़ रचना...बधाई
नीरज
बस एक यही यही चोटी सी बात अगर हर इंसान के समझ में आजाये तो हर किसी कि ज़िंदगी का मज़ा दुगना हो जाएगा ....बहुत ही बढ़िया सार्थक प्रस्तुति....
जवाब देंहटाएंमुस्करा दो कभी यूँ ही बेतकल्लुफ़ हो
जवाब देंहटाएंकिसी अंजान शख़्स को देखकर
किसी अज़नबी को
बता दो पता उसकी मंजिल का
देखना जिन्दगी को
जीने का मज़ा दोगुना हो जाएगा !!
इस लिहाज़ से जीवन को आनंददायक बनाना कितना सरल है ना , जाने क्यों लोंग यह समझ नहीं पाते !
प्रेरक !
बेपरवाह होकर देखो कभी जिंदगी को
जवाब देंहटाएंझटक दो उन चिंताओं को
सिर को हिलाकर कभी
मुस्करा दो कभी यूँ ही बेतकल्लुफ़ हो
किसी अंजान शख़्स को देखकर
किसी अज़नबी को
बता दो पता उसकी मंजिल का
देखना जिन्दगी को
जीने का मज़ा दोगुना हो जाएगा ... !!!
बहुत खूब.... जिंदगी का मज़ा दुगना करना है तो यूँ ही प्यार बाँटते चलो
कल 31/05/2012 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
सच! देखा जाए, तो कितना आसान है जीना...मगर काश! झटक पाते हम सब...माथे से वो सारे बल जो बनाते अक्सर...हमको निर्बल...-- बहुत सुंदर रचना ! Thanks for sharing !!!
जवाब देंहटाएंबिलकुल सही और सच्ची बात कही है।
जवाब देंहटाएंयही रास्ता है....
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना...
सादर।
ज़िन्दादिली का सुन्दर पैगाम देती हुई एक प्यारी सी रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर
आभार
झटक दो उन चिंताओं को
जवाब देंहटाएंसिर को हिलाकर कभी
मुस्करा दो कभी यूँ ही बेतकल्लुफ़ हो
किसी अंजान शख़्स को देखकर
किसी अज़नबी को
बता दो पता उसकी मंजिल का
देखना जिन्दगी को
जीने का मज़ा दोगुना हो जाएगा ... !!!
कितना खूबसूरत ख्याल है । वाह !
छोटी छोटी बातें हैं...लेकिन जीने का मज़ा दुगुना कर देती हैं...सच कहा सदाजी ...!!!
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