एक संसार मेरा तुम्हारे शब्दों से,
तुमसे बन गया है
मेरे शब्द तुम्हारे शब्दों की
उंगली थाम कर चलने लगे हैं
कोई कुछ कहे इनसे पहले
वो तुम्हारे शब्दों का
अनुसरण कर अपना सच कहते हैं
तुम्हारी परिक्रमा
मेरा सबसे बड़ा सच है
...
ये सच है कि गीता पढ़ी मैने
पर उसके अर्थ तब समझे
जब तुमने उन्हें अपने शब्द दिये
मीरा को पढ़ा मैने
भक्ति और प्रेम की दीवानगी
विष के प्याले को अमृत
कर गई ये जाना जब तुमने
निस्वार्थ प्रेम की महत्ता बतलाई
गीता का सार
सत्य गीता का
कोई समझता कैसे
यदि श्रीकृष्ण स्वयं यह उपदेश
अर्जुन को नहीं देते
मर्यादाओं के दायरे में
संस्कारों का गांडीव लिए
अर्जुन निहत्थे थे जैसे वैसे ही मैं
बिन तुम्हारे आशीर्वचनों के
....
खुश रहो .. दुआ का यह मूलमंत्र
तुम्हारे मुँह से सुना होता
तो जाना होता
कितना शक्तिशाली है यह
उदासियों के बादल
छट जाते हैं मन के आकाश से
आंसुओं की बारिश थम जाती है
बोझिल पलकों से
एक इन्द्रधनुष बिन सात रंगों के
अपनी आभा बिखेर देता है
मन मस्तिष्क में जैसे
वैसे ही हो तुम इन शब्दों की जननी ... !!!
बहुत ही स्नेहिल श्रद्धा
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत भावों से सजी रचना
जवाब देंहटाएंसंस्कारों का गांडीव लिए
जवाब देंहटाएंअर्जुन निहत्थे थे जैसे वैसे ही मैं
बिन तुम्हारे आशीर्वचनों के ...
सुंदर शब्दों में ...जीती जागती आस्था ...
सुंदर रचना ...सदा जी ...!
शुभकामनायें ...
खूबसूरत भावों से सजी रचना,
जवाब देंहटाएंसुन्दर अभिव्यक्ति ,......
बहुत सुंदर रचना,..अच्छी प्रस्तुति
MY RECENT POST,,,,काव्यान्जलि ...: बेटी,,,,,
MY RECENT POST,,,,फुहार....: बदनसीबी,.....
बहुत बढ़िया |
जवाब देंहटाएंबधाई स्वीकारें ||
उदासियों के बादल के बरस जाने के बाद सकून का मौसम छा जाता है।
जवाब देंहटाएंखुश रहो .. दुआ का यह मूलमंत्र
जवाब देंहटाएंतुम्हारे मुँह से सुना होता
तो जाना होता
कितना शक्तिशाली है यह
उदासियों के बादल
छट जाते हैं मन के आकाश से
आंसुओं की बारिश थम जाती है
बोझिल पलकों से
एक इन्द्रधनुष बिन सात रंगों के
अपनी आभा बिखेर देता है
यह शब्द जननी असल में माता ही हो सकती है!! बहुत ही समर्पित भाव!!
बहुत ही सुन्दर और शानदार पोस्ट।
जवाब देंहटाएंवाह बहुत खूबसूरत भाव ....
जवाब देंहटाएंश्रद्धायुक्त रचना।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंक्या कहने
मर्यादाओं के दायरे में
जवाब देंहटाएंसंस्कारों का गांडीव लिए
अर्जुन निहत्थे थे जैसे वैसे ही मैं
बिन तुम्हारे आशीर्वचनों के
...सदैव की तरह अनुपम भाव संजोये एक उत्कृष्ट प्रस्तुति...आभार
सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्ति......
जवाब देंहटाएंबहुत बढि़या.
जवाब देंहटाएंसुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्ति......सदैव की तरह अनुपम भाव संजोये ....
जवाब देंहटाएंHameshaki tarah....behtareen!
जवाब देंहटाएंsundar
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण रचना... बेहतरीन
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