बड़ी बरक़त देखी
मैंने माँ की दुआओं में
मुड़-मुड़ कर पलटती रहीं
जब भी मुश्किलें
माँ अपनी हथेली
मेरे सर रख देती !!
....
माँ का हाथ कितना बड़ा आश्वासन होता है .... आज भी कठिन परिस्थिति में माँ ही याद आती है ...
एक अनमोल रिश्ते के प्रति निर्मल अभिव्यक्ति...!!
कुछ शब्दों में आपने बहुत कुछ कह दिया, सुन्दर कृति ।
👌👌वाह! बहुत ही बेहतरीन 👌👌👌हमारे ब्लॉग पर भी आइएगा आपका स्वागत है🙏🙏
बहुत सुंदर सदा जी ,सही ऐसी ही होती है माँ की आशीष।
bhut hi badiya post likhi hai aapne. Ankit Badigar Ki Traf se Dhanyvad.
आभार आप सभी का ...
माँ का हाथ कितना बड़ा आश्वासन होता है .... आज भी कठिन परिस्थिति में माँ ही याद आती है ...
जवाब देंहटाएंएक अनमोल रिश्ते के प्रति निर्मल अभिव्यक्ति...!!
जवाब देंहटाएंकुछ शब्दों में आपने बहुत कुछ कह दिया, सुन्दर कृति ।
जवाब देंहटाएं👌👌वाह! बहुत ही बेहतरीन 👌👌👌हमारे ब्लॉग पर भी आइएगा आपका स्वागत है🙏🙏
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सदा जी ,सही ऐसी ही होती है माँ की आशीष।
जवाब देंहटाएंbhut hi badiya post likhi hai aapne. Ankit Badigar Ki Traf se Dhanyvad.
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