कुछ रिश्ते होते हैं ऐसे,
जिनमें नहीं होता
कोई रक्त सम्बंध
फिर भी वे दिल की
धड़कन जैसे होते हैं
...
कुछ रिश्ते होते हैं ऐसे,
जैसे कोई अनचाहा
बोझ
कहते हैं ऐसे रिश्तो को
तोड़ना बेहतर
...
कुछ रिश्ते होते हैं
धर्म के
जिनकी पवित्रता का
बोध बिल्कुल
ईश्वर जैसा होता है
...
कुछ रिश्ते
यक़ीन होते हैं
जो क़ायम रखते हैं
खुद को मरते दम तक
....
जिनमें नहीं होता
कोई रक्त सम्बंध
फिर भी वे दिल की
धड़कन जैसे होते हैं
...
कुछ रिश्ते होते हैं ऐसे,
जैसे कोई अनचाहा
बोझ
कहते हैं ऐसे रिश्तो को
तोड़ना बेहतर
...
कुछ रिश्ते होते हैं
धर्म के
जिनकी पवित्रता का
बोध बिल्कुल
ईश्वर जैसा होता है
...
कुछ रिश्ते
यक़ीन होते हैं
जो क़ायम रखते हैं
खुद को मरते दम तक
....