अतीत के धागों को कितना भी काटूँ
मन के माँझे से
फिर भी यह जिंदगी की पतंग उड़कर
दूर पहुँच ही जाती बादलों के पार
वही ख्वाहिशें मस्ती की,
वही ऊँचाइयों की जिद
हथेलियों में डोर रहती किसी और के
फिर भी कहाँ परवाह रहती इसे इन बातों की
यह दिल तो सिर्फ उड़ान भरना जानता है !
...
जिद् की टहनी पकड़कर
जब भी शब्दों ने डाले हैं झूले
कभी महकी हैं फिज़ाये
कभी गुनगुनाया है गीत
जोर से चिल्लाया है कोई नन्हा कोटर से
उसे इंतजार है अभी उड़ने का
पंखों को फैलाने का
एक उड़ान माँ के साये में भरने का
उड़ना उड़ते जाना
फ़कत इतना सा ख्वाब था
हवाओं ने जाने कितनी बार गुमान किया था,
पर कहाँ परवाह थी इन्हें हवाओं की
उसे तो बादलों के पार जाना था,
अपनी खुशियों के संग
पल-पल मुस्कराना था !!!!
...
उसे इंतजार है अभी उड़ने का
जवाब देंहटाएंपंखों को फैलाने का
एक उड़ान माँ के साये में भरने का
उड़ना उड़ते जाना
फ़कत इतना सा ख्वाब था
बहुत उम्दा अभिव्यक्ति,सुंदर रचना के लिए बधाई ,,,
RECENT POST : प्यार में दर्द है,
मन में उड़ान भरने कि चाहत हो और हौसले बुलंद तो बादलों के पार आकाश कि ऊँचाइयाँ छू ही ली जाती हैं .... खूबसूरत खयाल .... यूं ही पल पल मुसकुराते ज़िंदगी बीते ।
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत ...
जवाब देंहटाएंपर कहाँ परवाह थी इन्हें हवाओं की
जवाब देंहटाएंउसे तो बादलों के पार जाना था,
अपनी खुशियों के संग
पल-पल मुस्कराना था !!!!
ताज्जुब है ...हमारे मन इतने मिल गए सदा जी ....???बात वही बस अंदाज़ अलग ....बहुत खूब ....!!
सपनों की उड़ान... काश! मंज़िल भी मिल जाए हर पंछी को...
जवाब देंहटाएं~सादर!!!
हौसला में ताकत हो तो पंख भी साथ देते है और मिल ही जाती है मंजिल... बहुत सुन्दर सकारात्मक सोच
जवाब देंहटाएंअतीत का कोना .मन भिगोता है .....
जवाब देंहटाएंसुदर ...
दिल उड़ना चाहता है..उसे सीमा नहीं भाती...सुंदर प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंवही ऊँचाइयों की जिद
जवाब देंहटाएंहथेलियों में डोर रहती किसी और के
फिर भी कहाँ परवाह रहती इसे इन बातों की
यह दिल तो सिर्फ उड़ान भरना जानता है !
जिद बनी रहे मेरी शुभकामनाएं
बहुत सुंदर रचना सदा जी....आकाश का असीम विस्तार पुकार रहा है.....पंख मज़बूत
जवाब देंहटाएंचाहिए ....ओर बस ....
बढ़िया है आदरणीया-
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें-
सुंदर रचना सदा जी.
जवाब देंहटाएंबहुत मार्मिक-भावप्रणव प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएंसाझा करने के लिए आभार...!
बहुत सुंदर रचना...........सपनों की उड़ान हो तो मिल ही जाती है मंजिल....
जवाब देंहटाएंसुंदर ...आत्मविश्वास जगाते भाव
जवाब देंहटाएं.सपनों की ये उड़ान तो जरूरी है..बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएंbahut sundar Likha hai ... badhai .. sada, sis
जवाब देंहटाएंएक जिद्द ही सपनो को उड़ान दे सकती हैं.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद..
गहन विचार लिए प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबेहद का प्रवाह औ भावावेग लिए प्रांजल रचना .
जवाब देंहटाएंखुद के देखे हुवे ईमानदार सपने जरूर पूरे होते हैं हिम्मत की जरूरत होती है बस ...
जवाब देंहटाएंउसे तो बादलों के पार जाना था,
जवाब देंहटाएंअपनी खुशियों के संग
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सकारात्मक...सुन्दर
दोनों कवितायें बहुत ही कोमलता से बयान करती हैं एक सशक्त भाव को.. आपकी कविताओं की यह विशेषता रही है हमेशा.. इसे बनाए रखिये!!
जवाब देंहटाएंउड़ान ज़िंदगी के नाम... बहुत भावपूर्ण, बधाई.
जवाब देंहटाएंआत्मविश्वास आवश्यक है. मनभावन अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंउत्कट इच्छा ,उमंग , आत्मबल चाहिए एक ऊँची उड़ान के लिए ...बहुत भावपूर्ण
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