ये सफर आखिरी है मेरा उसे सलाम दे देना,
लौट के फिर न आऊंगा ये पैगाम उसे दे देना ।
महफिलें सजती रहेंगी पर हम न उसमें होंगे,
कुछ गुमनाम ख्यालों के पैगाम उसे दे देना ।
पढ़ लिख कर वो इतना बड़ा हो गया ज्ञानी,
मेरी छोटी-छोटी बातों के पैगाम उसे दे देना ।
ख्यालों में रहकर वो ख्वाबों में घर कर गया,
मैं सदा पास रहूंगा तेरे ये पैगाम उसे दे देना ।
रस्सी जल जाए तो भी उसके बल नहीं जाते,
कह गए ज्ञानी-ध्यानी ये पैगाम उसे दे देना ।
यादों के जंगल में भटक जाओगे तो भूलोगे,
एक दिन खुद का पता ये पैगाम उसे दे देना ।
ख्यालों में रहकर वो ख्वाबों में घर कर गया,
जवाब देंहटाएंमैं सदा पास रहूंगा तेरे ये पैगाम उसे दे देना ।
bahut hi sundar bhaw dil ko chhoo gayi .....ek bhaawpurn ......
Khubsurat paigham liye hue kavita dil chuti hai..
जवाब देंहटाएंbehtareen abhivyakti..dher sari badhayi..
यादों के जंगल में भटक जाओगे तो भूलोगे,
जवाब देंहटाएंएक दिन खुद का पता ये पैगाम उसे दे देना.....bahut khoob likha hai...
ये सफर आखिरी है मेरा उसे सलाम दे देना,
जवाब देंहटाएंलौट के फिर न आऊंगा ये पैगाम उसे दे देना ।
बेहतरीन रचना
अच्छी लगी
बहुत उम्दा रचना!!
जवाब देंहटाएंपढ़ लिख कर वो इतना बड़ा हो गया ज्ञानी,
जवाब देंहटाएंमेरी छोटी-छोटी बातों के पैगाम उसे दे देना ........
bahoot khoobsoorat likha hai ...... ye sher to khaas pasand aaya ... dil ke kareeb
"ये सफर आखिरी है मेरा उसे सलाम दे देना,
जवाब देंहटाएंलौट के फिर न आऊंगा ये पैगाम उसे दे देना ।
यादों के जंगल में भटक जाओगे तो भूलोगे,
एक दिन खुद का पता ये पैगाम उसे दे देना ।"
हर शेर लाजवाब...उम्दा ग़ज़ल....बहुत बहुत बधाई....
खूबसूरत रचना। पर और भी गम हैं जमाने में मोहब्बत के सिवा। हमारे आपके आसपास काफी कुछ घटित हो रहा है, उन पर भी कुछ लिखिए।
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर भी पधारें।
बहुत ही ख़ूबसूरत और भावपूर्ण रचना लिखा है आपने! इतना अच्छा लगा कि तारीफ के लिए अल्फाज़ कम पर गए! इस बेहतरीन रचना के लिए बधाइयाँ!
जवाब देंहटाएंखूबसूरत!
जवाब देंहटाएंमहफिलें सजती रहेंगी पर हम न उसमें होंगे,
जवाब देंहटाएंकुछ गुमनाम ख्यालों के पैगाम उसे दे देना ।
bahut khoob ....!!
ख्यालों में रहकर वो ख्वाबों में घर कर गया,
मैं सदा पास रहूंगा तेरे ये पैगाम उसे दे देना ।
sanjida kar gai ....!!