स्मृतियों को मन की
फ़िक्र रहती है
तभी तो वो उसे
अकेला छोड़ती नहीं हैं
कोई खट्टी-मीठी
स्मृति हाज़मे की
खाई है कई बार
जब भी कभी
अकेलेपन की
बदहजमी हुई है 😊
फ़िक्र रहती है
तभी तो वो उसे
अकेला छोड़ती नहीं हैं
कोई खट्टी-मीठी
स्मृति हाज़मे की
खाई है कई बार
जब भी कभी
अकेलेपन की
बदहजमी हुई है 😊
जी आभार आपका ... सादर
जवाब देंहटाएंखट्टी मेढ़ी यादें जरूरी हैं एकाकी पन दूर करने के लिए ...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ...
आभार आपका ... सादर
हटाएंगज़ब दिल पाया है आपने अहसासों को महसूस करना...फिर शब्दों में ढालना...कमाल है...
जवाब देंहटाएंधन्यवाद भाई ...👍
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