पल-पल वक्त के साथ कदम मिला के चल,
ठहरता नहीं यहां किसी के लिये कोई भी पल ।
बीते वक्त की बातों से सीख लेना सदा ही,
जाने वाला लम्हा लौटेगा नहीं, वो होगा कल ।
नया पल, नया दिन लेकर आ रहा है ये साल,
नया, मुस्करा के जरा इसका स्वागत करें चल ।
भूल के गिला-शिकवा दोस्तों से मिल के बांटो,
खुशी, मुबारक हो साल नया दो दुआ इस पल ।
आएंगी बहारें खुद चमन में मुस्कराते हुये मिलोगे,
महकेगा आंगन फूलों की खुश्बू से तेरा हर पल ।
वादा करें तो तोड़े नहीं, अपनों को साथ लें हम,
उम्मीद का दामन कभी छूटे न किसी भी पल ।
आगमन नये साल का, विदा करना हर साल एक,
नये साल को, फिर सजाना आने वाला नया कल !
Jiwan ke anubhav aage bhavishy me bahut hi kam aate hai..badhiya rachan..sundar sandesh parak rachana..bahut badhiya laga..naye saal ki agrim shubhakamnaye...dhanywaad is sundar rachan ke liye!!
जवाब देंहटाएंनये साल के स्वागत में लिखा बेहतरीन गीत ........ आपको नव वर्ष की बहुत बहुत शुभकामनाएँ ..........
जवाब देंहटाएंबहुत खूब, आपको भी नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लगा यह गीत....
जवाब देंहटाएंआपको नव वर्ष कि शुभकामनाएं....
Hope u will be fine....
Regards...
बेहतरीन रचना प्रस्तुति . नववर्ष की हार्दिक शुभकामना .
जवाब देंहटाएंsundar prastuti..........naya saal shubh ho.
जवाब देंहटाएंबीते पल से हमको सीखते जाना है
जवाब देंहटाएंWAAH !!! BAHUT SUNDAR !!!
जवाब देंहटाएंNAV VARSH KI SHUBHKAMNAYEN...
नए साल का सुन्दर स्वागत .....नव वर्ष की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर अहसास है नव वर्ष का.
जवाब देंहटाएंनववर्ष पर हार्दिक बधाई आप व आपके परिवार की सुख और समृद्धि की कमाना के साथ
सादर रचना दिक्षित
sundar prastuti..........naya saal shubh ho.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब, आपको भी नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये !
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