शुक्रवार, 12 अगस्त 2011
तिरंगे पे समर्पित ....
आजादी जो हमने पाई है कहता है दिवस याद करो उन्हें,
कैसे आजाद हुए हम किनके कांधों पे ये विरासत आई है ।
हंस के कटा दिये शीष नौजवानों ने वतन के नाम पे,
आजाद भारत के सपने देख अपनी जान भी गंवाई है ।
कुर्बानियां उनकी बन गईं निशानियां किस्से कहानियां,
रचनाएं कह शहीदों की कितनों ने गौरव गाथा गाई है ।
नन्हा बालक अर्पित करने को लेकर सुमन नन्हें हांथों,
तिरंगे पे जब चला मां ने शीष नवाने की बात दुहराई है ।
चमन में खिला फूल मुस्काया कलियो को भी बतलाया,
खुशकिस्मत हैं जो तिरंगे पे समर्पित होने की घड़ी आई है ।
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- मन को छू लें वो शब्द अच्छे लगते हैं, उन शब्दों के भाव जोड़ देते हैं अंजान होने के बाद भी एक दूसरे को सदा के लिए .....
swantrata diwas par umda kavita....badhiya....
जवाब देंहटाएंdhanyawaad
http://aarambhan.blogspot.com/2011/08/blog-post_12.html
तिरंगे को नमन
जवाब देंहटाएंविजयी विश्व तिरंगा प्यारा झंडा ऊँचा रहे हमारा ..भाव पूर्ण रचना
जवाब देंहटाएंसदा जी शुभकामनाएं !!!
सच्चाई को वयां करती हुई अत्यंत सुन्दर रचना !
जवाब देंहटाएंजय हिंद जय भारत
तिरंगे को सलाम. तिरंगे के साथ न्याय की मूर्ति को खड़ा करके उसका सम्मान बढ़ाया है.
जवाब देंहटाएंसुन्दर और सामायिक पोस्ट........
जवाब देंहटाएंयथार्थपरक रचना ......जय हिंद .वन्दे मातरम
जवाब देंहटाएंWaah... Bahut sundar rachna... Salaam tirange ko...
जवाब देंहटाएंबहुत सटीक प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंआपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति कल के तेताला का आकर्षण बनी है
तेताला पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से
अवगत कराइयेगा ।
http://tetalaa.blogspot.com/
देशभक्ति की सुन्दर कविता।
जवाब देंहटाएंदेशभक्ति भाव लिए सुंदर, प्यारी कविता
जवाब देंहटाएंचमन में खिला फूल मुस्काया कलियो को भी बतलाया,
जवाब देंहटाएंखुशकिस्मत हैं जो तिरंगे पे समर्पित होने की घड़ी आई है ।
Behad sundar panktiyan! Behatreen rachana!
देशभक्ति से भरी प्रभावशाली रचना...
जवाब देंहटाएंखुशकिस्मत हैं जो तिरंगे पे समर्पित होने की घड़ी आई है ...
जवाब देंहटाएंबधाई एवं शुभकामनाएं
बहुत सुन्दर सारगर्भित रचना , सुन्दर भावाभिव्यक्ति , आभार
जवाब देंहटाएंरक्षाबंधन एवं स्वाधीनता दिवस के पावन पर्वों की हार्दिक मंगल कामनाएं.
सुंदर रचना ,स्वाधीनता दिवस की बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति है!
जवाब देंहटाएंरक्षाबन्धन के पावन पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
स्वतन्त्रतादिवस की भी बधाई!
jai hind ,sundar rachna
जवाब देंहटाएंचमन में खिला फूल मुस्काया कलियो को भी बतलाया,
जवाब देंहटाएंखुशकिस्मत हैं जो तिरंगे पे समर्पित होने की घड़ी आई है ...
सुन्दर रचना ... आज़ादी पे पर्व पे लिखी लाजवाब रचना है ...
भाव पूर्ण रचना .......
जवाब देंहटाएंसामयिक एवं सटीक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंनन्हा बालक अर्पित करने को लेकर सुमन नन्हें हांथों,
जवाब देंहटाएंतिरंगे पे जब चला मां ने शीष नवाने की बात दुहराई है ।
चमन में खिला फूल मुस्काया कलियो को भी बतलाया,
खुशकिस्मत हैं जो तिरंगे पे समर्पित होने की घड़ी आई है ।
देशप्रेम से ओतप्रोत सुन्दर रचना....
कविता बहुत सुंदर है.
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन की आपको बहुत बहुत शुभकामनायें.
देशभक्ति से भरी प्रभावशाली रचना...स्वतंत्रता दिवस की आपको बहुत बहुत शुभकामनायें...
जवाब देंहटाएंआपके इस सुन्दर प्रविष्टि की चर्चा कल दिनांक 15-08-2011 को चर्चा मंच http://charchamanch.blogspot.com/ पर भी होगी। सूचनार्थ
जवाब देंहटाएंसार्थक रचना.....
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.
सार्थक, प्रेरक प्रस्तुति के लिए आभार!
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.
This is fine composition with true feeling of Independence..... thanka ji .
जवाब देंहटाएंस्वतन्त्रता की वर्षगाँठ पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंजय हिंद जय भारत
***************
हंस के कटा दिये शीष नौजवानों ने वतन के नाम पे,
जवाब देंहटाएंआजाद भारत के सपने देख अपनी जान भी गंवाई है ।
नमन...
राष्ट्र पर्व की सादर बधाइयां...
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंdesh ke prati ojpurn bhawna...
जवाब देंहटाएंवाह...देश प्रेम से ओतप्रोत इस रचना के लिए बधाई स्वीकारें
जवाब देंहटाएंनीरज