निर्मल विचारों से
कितना निखरते हैं रिश्ते
प्रेम होता पावन
उनके बंधन के लिये
किसी डोर की
जरूरत नहीं पड़ती
मन से मन का रिश्ता
हर धड़कन के साथ
मजबूत होता
सबसे कहता जाता है
हमें परखना
समय की कसौटी पर ....।
दूरियां हमारे बीच
कभी भी दीवार नहीं बनीं
हम आज भी
साथ-साथ चलते हैं
क्योंकि हम खुद के लिये नहीं
सिर्फ अपनों के लिये
अपनी खुशी से जीते हैं
इस जुदाई को भी
हम हर गुजरे हुये पल से
रोज सजाते हैं
प्रेम सच्चा होता है तो
दूर रहकर भी
पास होने का अहसास होता है ....।
आपको पढना एक सुखद अहसास होता है .
जवाब देंहटाएंआदरणीय सदा जी..
जवाब देंहटाएंनमस्कार
सभी शब्दचित्र सशक्त और सुन्दर हैं!
छोटी कविता लेकिन बहुत प्रभावपूर्ण
बहुत ही बढ़िया सदा जी!
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत खूब , शुभकामनायें आपको !
जवाब देंहटाएंसच्चा प्रेम सच में हर सीमाओं से परे होता है........प्रेम शाश्वत भाव होता है।"बस अपना सबकुछ देना ही प्रेम की सार्थकता है,प्रेम में कुछ पाने कि लालाशा तो रखनी ही नहीँ चाहिए....बस त्याग......बहुत ही सुंदर ढ़ंग से भावों को शब्दों मे सजाया है...बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब सदा जी ,
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लिखा है,
सच्चे प्रेम की कोई सीमा नही होती
शुभकामनाये
बहोत ही अच्छी रचना.
जवाब देंहटाएंपढ़ना सुखद लगा .
bahut hi pyaari rachna , man ko c hooti hui ...badhayi sweekar kare.
जवाब देंहटाएं-----------
मेरी नयी कविता " तेरा नाम " पर आप का स्वागत है .
आपसे निवेदन है की इस अवश्य पढ़िए और अपने कमेन्ट से इसे अनुग्रहित करे.
"""" इस कविता का लिंक है ::::
http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/02/blog-post.html
विजय
सच्चे प्रेम की सुन्दर परिभाशा। बधाई।
जवाब देंहटाएंsamay ki kasauti ke liye shabdikta ka koi arth nahin , wah to khud pata chal hi jata hai
जवाब देंहटाएंयही तो सच्चे प्रेम की परिभाषा होती है……………बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति…………बहुत पसन्द आई।
जवाब देंहटाएंसही कहा -
जवाब देंहटाएं"प्रेम सच्चा होता है तो
दूर रहकर भी
पास होने का अहसास होता है ....।"
ऐसे सुन्दर भावों से भरी पोस्ट किसे पसंद न आएगी
उम्दा रचना
सच्चे प्रेम का शक्ति अपरिमित है।
जवाब देंहटाएंsundar kavita ! man ko chhoo ke nikal gai..
जवाब देंहटाएंbahut hi sunder abhivyakti. aabhar.
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत रचना सदा जी ...
जवाब देंहटाएंसच्चे प्रेम की शक्ति अपरिमित है| धन्यवाद|
जवाब देंहटाएं'प्रेम सच्चा होता है तो
जवाब देंहटाएंदूर रहकर भी
पास होने का एहसास होता है'
यही एहसास तो प्रेम को अमरता की ओर ले जाता है |
कोमल भावों की सुन्दर रचना
बहुत अच्छी लगी यह कविता...
जवाब देंहटाएंसच्चे प्रेम में दूरी नहीं होती। क्योंकि वह शरीर से नहीं दिल से किया जाता है।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर..सच्चे प्रेम को पूर्णतः परिभाषित कर दिया है..
जवाब देंहटाएंबढ़िया भावनाओं के लिए शुभकामनायें !!
जवाब देंहटाएंसच्चे प्रेम को पूर्ण व्याख्या ...सुंदर
जवाब देंहटाएंKaisa pyara wishwaas Hai ye!!!
जवाब देंहटाएंसच में प्रेम प्रेम ही होता है ..इसका अहसास सब अहसासों से जुदा है ..सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंसच में,
जवाब देंहटाएंप्रेम सच्चा होता है तो
दूर रह कर भी
पास होने का एहसास होता है!!
खूबसूरत....
प्रेम की अपरिमित सीमाए. और प्रेम का अहसास भी निराला होता है. सुंदर प्रस्तुति. बधाई.
जवाब देंहटाएंसच्चे प्यार में ,क्या पास क्या दूर
जवाब देंहटाएंएक शेर अर्ज हे ---
जवाब देंहटाएं"तुम मुझसे दूर रहकर भी मेरे करीब हो,
आत्मा के रिश्ते टूट नही सकते |"
बेहद खूब सूरत अभिव्यक्ति |
bahut hi sudnar rachna .. pyaare se shabdo me bahut hi achi abhivyakti ..
जवाब देंहटाएंbadhayi sweekar kare.
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मेरी नयी कविता " तेरा नाम " पर आप का स्वागत है .
आपसे निवेदन है की इस अवश्य पढ़िए और अपने कमेन्ट से इसे अनुग्रहित करे.
"""" इस कविता का लिंक है ::::
http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/02/blog-post.html
विजय
duabara isiliye aaya ki aapki kavita se mujhe bhi koi prerna mil jaaye .. thanks
जवाब देंहटाएंसच्चे प्रेम को परिभाषित करती खूबसूरत कविता.
जवाब देंहटाएंप्रेम के रिश्तों को डोर की जरुरत कैसी ...
जवाब देंहटाएंखूबसूरत एहसास !
bahut khubsurat rachna.......
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूबसूरत अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंसलाम.
बहुत सुन्दर कविता है.
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत एहसास
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