वक़्त तो बड़ा ही व्यस्त है
ज़िन्दगी भी अब
इसकी अभ्यस्त है
नित-नई चुनौतियों की
ओढ़कर दुशाला
चलते-चलते
सोचता कोई है ..
जो मन की देहरी को
पार करने से पहले
दस्तक़ देकर,
पूछ ले हाल
मनमर्जियों की लग़ाम
पकड़ ले कसकर !
…
तुम्हें पता है न
विदा के वक़्त की मुस्कान
मन के हर भार को
हल्का कर देती है
और विश्वास को दुगुना
.. कि जो भी होगा
वो अच्छा ही होगा !!
नववर्ष की अनंत मंगलकामनाएं 🎉🎉
...
© सीमा 'सदा'
जो भी होगा अच्छा होगा ।
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की शुभकामनाएँ
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हटाएंनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँँ 💐💐💐सुंदर सृजन !
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हटाएंबहुत सुंदर सकारात्मकता से परिपूर्ण रचना ... नववर्ष मंगलमय हो ...
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हटाएंनव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏
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हटाएंनव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएं,सुन्दर सृजन
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हटाएंऐसे ही विश्वास बना रहे तो जीवन की राहें सरल हो जाती हैं
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हटाएंसीमा जी बहुत प्यारी रचना है सीधे मन में उतरती सी।
जवाब देंहटाएंनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
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हटाएंआभार आप सभी का ...
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हटाएंजीवंतता सिखाती सुंदर सराहनीय रचना । बहुत बहुत शुभकामनाएं सीमा जी ।
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हटाएंgood to read read me also
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