कभी ये कहना
कि तुमने ये नहीँ किया से
ज़्यादा ग़ौर यदि
इस बात पर किया होता
कि तुमने क्या - क्या किया है
तो मन उत्साहित हो जाता
और जो रह गया है शेष
उसे पूरा करने में
जुट जाता जी-जान से 😊
कि तुमने ये नहीँ किया से
ज़्यादा ग़ौर यदि
इस बात पर किया होता
कि तुमने क्या - क्या किया है
तो मन उत्साहित हो जाता
और जो रह गया है शेष
उसे पूरा करने में
जुट जाता जी-जान से 😊