गुलाल उड़ा
मन ही मन रंगा
पगला मन !
..
रंग से मिल
गलबहियाँ डाल
हँसे गुलाल !
..
रंग बरसा
होली के रंग से
रंगी धरा भी !
..
फागुन संग
पवन खेले रंग
उड़े गुलाल !
...
रंग अबीर
सजधज के आये
मनाओ होली !
मन ही मन रंगा
पगला मन !
..
रंग से मिल
गलबहियाँ डाल
हँसे गुलाल !
..
रंग बरसा
होली के रंग से
रंगी धरा भी !
..
फागुन संग
पवन खेले रंग
उड़े गुलाल !
...
रंग अबीर
सजधज के आये
मनाओ होली !
सुन्दर शब्द रचना
जवाब देंहटाएंहोली की शुभकामनाएं
http://savanxxx.blogspot.in
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज मंगलवार (14-03-2017) को
जवाब देंहटाएं"मचा है चारों ओर धमाल" (चर्चा अंक-2605)
पर भी होगी।
--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
Aabhar aapka ... Sadar
हटाएंबहुत सुन्दर।
जवाब देंहटाएंलाजवाब ... कमाल के सभी हाइकू ... होली के रंग रंगे ...
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