मेरी डायरी में
कुछ पन्ने हैं उदासियों के
सच कहूँ
तुम और तुम्हारा जि़क्र
ज़हां नहीं होता
वहाँ उदासियां
बिन बुलाये आ जाती हैं
इन उदासियों को
जब भी हटाना होता है
ज़रूरत होती है
मुझे तुम्हारे साथ की !
...
तुम जब भी साझा करते हो
एक मुस्कान :)
ये उदास पन्ने
मुस्कराने लगते हैं :) :) :)
तो फिर आओ साझा करते हैं
एक मुस्कान
और दूर करते हैं
उदासियां इन पन्नों की !!!!
....