पावन सी एक दुआ
तेरे हक में
कच्चे सूत की
पक्के रँग वाली बाँध दी है
उम्मीद की गठानें मारकर!
..
जब भी गूँजेंगे
मंदिर में घण्टियों के स्वर
ईश्वर को इन
मन्नतों का स्मरण
जरूर होगा
विश्वास की डोर
नेह से बंधी
डोलती रहती है आगे-पीछे
पवित्र स्पर्श से !!!
बहुत सुन्दर कामना है।
वाह
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति। ।।।
अति पवित्र भाव ।
बहुत सुंदर।
मधुर कामना
बहुत सुंदर सरस सौम्य काव्य सृजन।
सीधे-सीधे शब्दों में सुन्दर अनुकामना।
सुन्दर अनुकामना
पावस शब्दों से बुनी सुन्दर रचना ... आरती पवित्र बंदन की ...
बहुत सुन्दर कामना है।
जवाब देंहटाएंवाह
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति। ।।।
जवाब देंहटाएंअति पवित्र भाव ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंमधुर कामना
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सरस सौम्य काव्य सृजन।
जवाब देंहटाएंसीधे-सीधे शब्दों में सुन्दर अनुकामना।
जवाब देंहटाएंसुन्दर अनुकामना
हटाएंपावस शब्दों से बुनी सुन्दर रचना ...
जवाब देंहटाएंआरती पवित्र बंदन की ...