गुरुवार, 3 नवंबर 2011

तुमसे कहा क्‍यूं नहीं .... :)


















मुझे कहना होता है जब भी
तुमसे कुछ
उलझनें तुम्‍हारी मुझे
कुछ कहनें नहीं देती
मैं खामोश रह
सोचती रहती हूं बस
तुमको और तुम्‍हारी उलझनों को
मुझे हंसना भी
तुम्‍हारे साथ होता है
बतियाना भी
तुम्‍हारे साथ होता है
खबर है यह  भी  कि
तुम्‍हारी दुनिया बहुत बड़ी है
मेरी दुनिया सिर्फ
तुम से जुड़ी है .....
कहो कैसे संभव है
मेरे लिए कुछ लम्‍हे
चुराने हों तुम्‍हें भरी भीड़ से
मुमकिन है क्‍या ?
ये शिकायत तो नहीं है
बस मन में उठा
इक ख्‍़याल है  ....
कहना जरूरी था
तुम ये न कहो कभी
तुमसे कहा क्‍यूं नहीं .... :)

42 टिप्‍पणियां:

  1. tumse kaha kyu nahi ..........bahut khub ...kahne ka yah andaaz bahut pasand aaya

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  2. बहुत सुन्दर भाव संजोये हैं।

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  3. खूबसूरत प्रस्तुति , आभार .

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  4. तुम्‍हारी दुनिया बहुत बड़ी है
    मेरी दुनिया सिर्फ
    तुम से जुड़ी है .....

    बहुत खूबसूरत|

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  5. वाह! बहुत बढ़िया, सुन्दर रचना...
    सादर बधाई...

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  6. rachnaa bahut pyaaree hai
    phir naa kahnaa
    तुमसे कहा क्‍यूं नहीं .... :)

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  7. ये छोटी सी दुनिया ही तो असली दुनिया होती है सी की ... बहुत खूब ..

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  8. वाह सदा जी बहुत सुंदर मनोभावों से सुसजित अभिव्यक्ति ....

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  9. मुझे हंसना भी
    तुम्‍हारे साथ होता है
    बतियाना भी
    तुम्‍हारे साथ होता है
    .........वाह, दिल को छूती पंक्तियाँ।

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  10. ये शिकायत तो नहीं.
    बस मन में उठा एक ख्याल है.
    बेहत सुन्दर.

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  11. खूबसूरत और दिल की छोटी बातों को बेहतरीन शब्दों में पिरोया है...

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  12. उहापोह का सुन्दर चित्रण
    सुन्दर रचना

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  13. आपकी सुंदर लिखने की ये अदा
    शायद ही लिख पाते है यदा कदा
    आप दिल से हमेशा यूँ लिखती रहे
    कवितायें पसंद आती रहेगीं "सदा"....
    सुंदर पोस्ट ...
    नए पोस्ट पर स्वागत है

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  14. प्यारी सी दुनिया, प्यारी सी कविता।

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  15. नन्‍ही दुनिया के अपने रंग होते हैं।

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  16. sada ji
    bahut khoob 1 aapne apni baat bhi kah di aur unhe shikayat ka mouka bhi nahi milega---wah-wah
    bahut hi achha laga aapka ye andaaz.
    ham bhi aajmayenge---;
    poonam

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  17. बहुत सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति..

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  18. उसकी दुनिया बड़ी होगी तब भी कहने से क्यों हिचकना ...
    ना कर पाए कुछ , सुन तो लेगी ही ...
    प्यारी- सी रचना !

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  19. भावभरी रचना।
    सुंदर प्रस्‍तुतिकरण।

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  20. इक ख्‍़याल है ....
    कहना जरूरी था
    तुम ये न कहो कभी
    तुमसे कहा क्‍यूं नहीं .... :)

    सुन्दर ... मन के भाव उड़ेल दिए हैं ..

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  21. न कहने का मलाल भी तो नहीं होना चाहिए. बहुत सुंदर भाव से सीजी रचना.

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  22. आपकी किसी पोस्ट की हलचल है ...कल शनिवार (५-११-११)को नयी-पुरानी हलचल पर ......कृपया पधारें और अपने अमूल्य विचार ज़रूर दें .....!!!धन्यवाद.

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  23. तुम्‍हारी दुनिया बहुत बड़ी है
    मेरी दुनिया सिर्फ
    तुम से जुड़ी है .....
    कहो कैसे संभव है
    मेरे लिए कुछ लम्‍हे
    चुराने हों तुम्‍हें भरी भीड़ से
    मुमकिन है क्‍या ?

    कितनी सच्ची बात कह दी इन पंक्तियों में आपने ! नारी मन की व्यथा को बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति दी है ! बधाई !

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  24. kitni sadgi se komalta se man ki baat kah di. acchha hua kah di....ab vo kya samjhe kya pata.

    bahut sunder abhivyakti.

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  25. हाँ जिंदगी में गलतफहमी नही होनी चाहिए और शिकायत के मौके तो एक दम नही |

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  26. दिल के जज्बातों की सुंदर प्रस्तुति ,खूबसूरत फोटो के साथ

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  27. waah...
    na jne kitni baatein kahni thi
    na jane kitni baatein sunni thi
    par na us waqt man kaha lag jata hai
    tumhari us madhur awaaz mie kyu kho jata hai...
    aur fir sochti hu, wo baatein jo kahni thi
    aur kahti hu khud se
    ki "tumse kaha kyu nahi"
    aapki rachna padh ke ye panktiyaan aa gain mere man mei, so likh di... :)

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