वाह बहुत खूबसूरत रचना मन को स्पर्श करती।।
मार्मिक रचना
सुंदर भावपूर्ण
ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 19/06/2019 की बुलेटिन, " तजुर्बा - ए - ज़िन्दगी - ब्लॉग बुलेटिन“ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
पिता एक मजबूत स्तंभ जिसकी अदृश्य डोरी से बंधे हम.भावपूर्ण!
सुन्दर भावपूर्ण रचना।
सदा दी,दिल को छूती बहुत सुंदर रचना।
वाह बहुत खूबसूरत रचना मन को स्पर्श करती।।
जवाब देंहटाएंमार्मिक रचना
जवाब देंहटाएंसुंदर भावपूर्ण
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 19/06/2019 की बुलेटिन, " तजुर्बा - ए - ज़िन्दगी - ब्लॉग बुलेटिन“ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंपिता एक मजबूत स्तंभ जिसकी अदृश्य डोरी से बंधे हम.
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण!
सुन्दर भावपूर्ण रचना।
जवाब देंहटाएंसदा दी,दिल को छूती बहुत सुंदर रचना।
जवाब देंहटाएं