मां सोचती हूँ कई बार
तुम्हारा प्यार और तुम्हारे बारे में
जब भी तो बस यही ख्याल आता है
क्या कभी शब्दों में व्यक्त हो सकता है
तुम्हारा प्यार तुम्हारा समर्पण,
तुम्हारी ममता
तुम्हारा निस्वार्थ भाव से किया गया
हर बच्चे से समानता का स्नेह
.......
मां तुम्हारा उदाहरण जब भी दिया
देव मुस्कराये पवन शांत भाव से बहने लगी
नदिया की कलकल का स्वर मधुर लगने लगा
हर शय छोटी प्रतीत होती है उस वक्त
जब भी बाँहें फैलाकर जरा-सा तुम मुस्करा देती हो
सोचती हूँ जब भी कई बार
तुम्हारा प्यार और तुम्हारे बारे में
.....
खुशियों का अर्थ मेरे लिये
तुम्हारी मुस्कान होती है मां
तुम्हें पता है तुम्हारी उदासी
मेरी हँसी छीन लेती है
तुम्हारे आंसू
झंझोड़ देते हैं मेरा अन्तर्मन
बेबस हो जाती हूँ उन लम्हों में
जिनमें तुम्हारे विश्वास का
खून होता है
सोचती हूँ जब भी कई बार
तुम्हारा प्यार और तुम्हारे बारे में !!
मां की ममता॑ को नमन्॥..
जवाब देंहटाएंमा बाप से ज्यादा कोई हितकर नही. मा से कोई भी उऋण नही हो सकता.
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा शनिवार(11-5-2013) के चर्चा मंच पर भी है ।
जवाब देंहटाएंसूचनार्थ!
कोई भी तो नहीं ले सकता तुम्हारा स्थान .तुम ,तुम ही हो ,अनुपमेय .सुन्दर भावाभिव्यक्ति जीवन के रागात्मक पक्ष की .
जवाब देंहटाएंबढिया
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना
खुशियों का अर्थ मेरे लिये
तुम्हारी मुस्कान होती है मां
तुम्हें पता है तुम्हारी उदासी
मेरी हँसी छीन लेती है
सुंदर भाव
माँ के प्रति बेटी के मन के भावों को बहुत कोमलता से सहेजा है .... सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंमां तुम्हारा उदाहरण जब भी दिया
जवाब देंहटाएंदेव मुस्कराये पवन शांत भाव से बहने लगी
नदिया की कलकल का स्वर मधुर लगने लगा
हर शय छोटी प्रतीत होती है उस वक्त
जब भी बाँहें फैलाकर जरा-सा तुम मुस्करा देती हो
सोचती हूँ जब भी कई बार
तुम्हारा प्यार और तुम्हारे बारे में
very true and very nice .
हर माँ को नमन
जवाब देंहटाएंWow. so nice.
जवाब देंहटाएंबेबस हो जाती हूँ उन लम्हों में
जवाब देंहटाएंजिनमें तुम्हारे विश्वास का
खून होता है
सोचती हूँ जब भी कई बार
तुम्हारा प्यार और तुम्हारे बारे में !
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बेहतरीन रचना ...
माँ की ममता से जुड़े भाव आप के ह्रदय में गहरे समाये हैं ..... आपकी रचनाएँ पढ़कर ये अद्भुत पावन भाव हम तक भी पहुंचते हैं ....
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत भाव ...नमन
जवाब देंहटाएंबेबस हो जाते हैं हम सब ...
जवाब देंहटाएंमाँ ने जो दिया ,लौटा नहीं पाते जब !
भावपूर्ण !
मार्मिक प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंहर माँ को नमन्
सुन्दर....बहुत सुन्दर ...
जवाब देंहटाएंक्या कहूँ...निःशब्द हूँ.
स्नेह
अनु
maa tujhe salam
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भाव ! मा को नमन !
जवाब देंहटाएंlatest post'वनफूल'
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सुन्दर पंक्तियाँ.
जवाब देंहटाएंबहुत ही भावपूर्ण मार्मिक प्रस्तुतीकरण.
जवाब देंहटाएंन माँ की कोई बराबरी कर सकता न ही कोई विकल्प है. मार्मिक छू लेने वाली प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंखुशियों का अर्थ मेरे लिये
जवाब देंहटाएंतुम्हारी मुस्कान होती है मां
तुम्हें पता है तुम्हारी उदासी
मेरी हँसी छीन लेती है
तुम्हारे आंसू
झंझोड़ देते हैं मेरा अन्तर्मन
बेबस हो जाती हूँ उन लम्हों में
जिनमें तुम्हारे विश्वास का
खून होता है
सोचती हूँ जब भी कई बार
तुम्हारा प्यार और तुम्हारे बारे में
अपनों का कोई विकल्प नहीं होता ये अमुल्य और एकमेव होते हैं उस पर माँ वो तो बस माँ है .....
बहुत सुन्दर और भावपूर्ण रचना |
जवाब देंहटाएंआशा
ek ek shabd bolta hai apki Rachna ka... sada , sis
जवाब देंहटाएंMeri chahat ka jo jahan hai,
wo meri maan hai,
meri zameen ka jo asman hai,
wo meri maan hai,
जवाब देंहटाएंमाँ ...इस शब्द के उच्चारण में ही कितना सुख ...कितनी शांति...कितना अपनापन है
माँ को श्रद्धेय नमन।
जवाब देंहटाएंसादर
माँ की बातें .. माँ का प्यार ...
जवाब देंहटाएंकुछ भी तो नहीं भूलता इंसान ... नमन है माँ को मेरा ...
सबको माँ की गोदी भाती।
जवाब देंहटाएंमाँ तो .... बस माँ ही है...
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना!
~सादर!!!
बस भर आता है मन -कहने को कुछ नहीं !
जवाब देंहटाएंBahut Khub.
जवाब देंहटाएंApni Santaan Ki Muskurahat Ke Aad Me,Maa Har Gam Ko Chhupa Leti Hai...Har Insaan Ki Maa Hoti Hi Aisi Hai...
मां तो बस मां है....सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंमां तुम्हारा उदाहरण जब भी दिया
जवाब देंहटाएंदेव मुस्कराये पवन शांत भाव से बहने लगी
बहुत ही सुन्दर , लाजवाब
भावपूर्ण
सादर!
तुम्हारे आंसू
जवाब देंहटाएंझंझोड़ देते हैं मेरा अन्तर्मन
बेबस हो जाती हूँ उन लम्हों में
जिनमें तुम्हारे विश्वास का
खून होता है
pyaar to yahin hai ....
हर शय छोटी प्रतीत होती है उस वक्त
जवाब देंहटाएंजब भी बाँहें फैलाकर जरा-सा तुम मुस्करा देती हो
...यही तो माँ का प्यार है...बहुत भावमयी प्रस्तुति...
bhawna se bharpoor ....
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जवाब देंहटाएंखुशियों का अर्थ मेरे लिये
तुम्हारी मुस्कान होती है मां
तुम्हें पता है तुम्हारी उदासी
मेरी हँसी छीन लेती है------
माँ के प्रति पारदर्शी सच्चाई ,मन में बसी हुई,मन की बात
अदभुत भावपूर्ण रचना
सादर
बहुत सुन्दर और गहन..........
जवाब देंहटाएंबहुत ही गहन, भावपूर्ण एवँ सशक्त प्रस्तुति ! जिस तरह हमारे बचपन को माँ के आँचल का साया हर दुःख चिंता से हमें बचा कर रखता है उसी तरह माँ की वृद्धावस्था में माँ के चहरे की ज़रा सी उदासी हमें बेचैन कर जाती है ! बहुत सुंदर रचना !
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