गुरुवार, 30 जुलाई 2015

याद आया तो ज़रूर होगा !!

कभी प्रेम 
कभी रिश्ता कोई 
बन गया हमनवां जब 
तुमने जिंदगी को 
हँस के गले 
लगाया तो ज़रूर होगा !
...
मांगने पर भी
जो मिल न पाया
ऐसा कुछ छूटा हुआ
बिछड़ा हुआ
कभी न कभी
याद आया तो
ज़रूर होगा !!
...
कोई शब्द जब कभी
अपनेपन की स्याही लिए
तेरा नाम लिखता
हथेली पे
तुमने चुराकर नज़रें
वो नाम
पुकारा तो ज़रूर होगा!!!
...

11 टिप्‍पणियां:

  1. कोई शब्द जब कभी अपनेपन की स्याही लिए तेरा नाम लिखता

    बहुत ही विचारणीय कविता ...बहुत ही सुंदर एहसास के साथ सुंदर कविता

    जवाब देंहटाएं
  2. प्रेम में पगी यादें कैसे भुलाई जाएँ. सुंदर भावपूर्ण कविता.

    जवाब देंहटाएं
  3. सदा की पढ़ -सुन सदा ....कुछ न कुछ याद आया तो जरूर होगा ......शुभकामनायें |

    जवाब देंहटाएं
  4. कौन भूल पाता है इन बीते हुए लम्हों को...बहुत ख़ूबसूरत अहसास और उनकी सुन्दर अभिव्यक्ति...

    जवाब देंहटाएं
  5. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शुक्रवार 07 अगस्त 2015 को लिंक की जाएगी............... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत सुंदर भावाभिव्यक्ति

    जवाब देंहटाएं
  7. प्रेम के खूबसुरत अहसासों को समेटते हुए शब्द
    http://savanxxx.blogspot.in

    जवाब देंहटाएं
  8. स्म्रतियां कहाँ मिट पाती हैं
    बहुत सुंदर और प्रेममयी अभिव्यक्ति ---

    सादर

    जवाब देंहटाएं
  9. मांगने पर भी जो न मिल पाया।
    किसी दर्द को सहजता से उकेरता मन।
    सुंदर अभिव्यक्ति

    जवाब देंहटाएं