मुझे कहना होता है जब भी
तुमसे कुछ
उलझनें तुम्हारी मुझे
कुछ कहनें नहीं देती
मैं खामोश रह
सोचती रहती हूं बस
तुमको और तुम्हारी उलझनों को
मुझे हंसना भी
तुम्हारे साथ होता है
बतियाना भी
तुम्हारे साथ होता है
खबर है यह भी कि
तुम्हारी दुनिया बहुत बड़ी है
मेरी दुनिया सिर्फ
तुम से जुड़ी है .....
कहो कैसे संभव है
मेरे लिए कुछ लम्हे
चुराने हों तुम्हें भरी भीड़ से
मुमकिन है क्या ?
ये शिकायत तो नहीं है
बस मन में उठा
इक ख़्याल है ....
कहना जरूरी था
तुम ये न कहो कभी
तुमसे कहा क्यूं नहीं .... :)
tumse kaha kyu nahi ..........bahut khub ...kahne ka yah andaaz bahut pasand aaya
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भाव संजोये हैं।
जवाब देंहटाएंखूबसूरत प्रस्तुति , आभार .
जवाब देंहटाएंsarthak v gahan bhavo ki abhivyati hetu badhai
जवाब देंहटाएंतुम्हारी दुनिया बहुत बड़ी है
जवाब देंहटाएंमेरी दुनिया सिर्फ
तुम से जुड़ी है .....
बहुत खूबसूरत|
वाह! बहुत बढ़िया, सुन्दर रचना...
जवाब देंहटाएंसादर बधाई...
वाह!....बेहतरीन!
जवाब देंहटाएंसादर
rachnaa bahut pyaaree hai
जवाब देंहटाएंphir naa kahnaa
तुमसे कहा क्यूं नहीं .... :)
uski zimmedariyaan bhulna nahin ... n hi uski khamoshi hai
जवाब देंहटाएंbhaut hi khubsurat...
जवाब देंहटाएंये छोटी सी दुनिया ही तो असली दुनिया होती है सी की ... बहुत खूब ..
जवाब देंहटाएंवाह सदा जी बहुत सुंदर मनोभावों से सुसजित अभिव्यक्ति ....
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव!
जवाब देंहटाएंमुझे हंसना भी
जवाब देंहटाएंतुम्हारे साथ होता है
बतियाना भी
तुम्हारे साथ होता है
.........वाह, दिल को छूती पंक्तियाँ।
ये शिकायत तो नहीं.
जवाब देंहटाएंबस मन में उठा एक ख्याल है.
बेहत सुन्दर.
खूबसूरत और दिल की छोटी बातों को बेहतरीन शब्दों में पिरोया है...
जवाब देंहटाएंउहापोह का सुन्दर चित्रण
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना
आपकी सुंदर लिखने की ये अदा
जवाब देंहटाएंशायद ही लिख पाते है यदा कदा
आप दिल से हमेशा यूँ लिखती रहे
कवितायें पसंद आती रहेगीं "सदा"....
सुंदर पोस्ट ...
नए पोस्ट पर स्वागत है
nayaab ehsaas......
जवाब देंहटाएंप्यारी सी दुनिया, प्यारी सी कविता।
जवाब देंहटाएंनन्ही दुनिया के अपने रंग होते हैं।
जवाब देंहटाएंबहुत भावपूर्ण रचना |
जवाब देंहटाएंआशा
sada ji
जवाब देंहटाएंbahut khoob 1 aapne apni baat bhi kah di aur unhe shikayat ka mouka bhi nahi milega---wah-wah
bahut hi achha laga aapka ye andaaz.
ham bhi aajmayenge---;
poonam
बहुत भावपूर्ण ..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंउसकी दुनिया बड़ी होगी तब भी कहने से क्यों हिचकना ...
जवाब देंहटाएंना कर पाए कुछ , सुन तो लेगी ही ...
प्यारी- सी रचना !
भावभरी रचना।
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुतिकरण।
बेहतरीन....
जवाब देंहटाएंइक ख़्याल है ....
जवाब देंहटाएंकहना जरूरी था
तुम ये न कहो कभी
तुमसे कहा क्यूं नहीं .... :)
सुन्दर ... मन के भाव उड़ेल दिए हैं ..
खूब सरल,सरस.
जवाब देंहटाएंखूब सरल, सरस और सारगर्भित।
जवाब देंहटाएंन कहने का मलाल भी तो नहीं होना चाहिए. बहुत सुंदर भाव से सीजी रचना.
जवाब देंहटाएंsundar bhav saji rachna, behtareen shabdo se saji kavita
जवाब देंहटाएंआपकी किसी पोस्ट की हलचल है ...कल शनिवार (५-११-११)को नयी-पुरानी हलचल पर ......कृपया पधारें और अपने अमूल्य विचार ज़रूर दें .....!!!धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंतुम्हारी दुनिया बहुत बड़ी है
जवाब देंहटाएंमेरी दुनिया सिर्फ
तुम से जुड़ी है .....
कहो कैसे संभव है
मेरे लिए कुछ लम्हे
चुराने हों तुम्हें भरी भीड़ से
मुमकिन है क्या ?
कितनी सच्ची बात कह दी इन पंक्तियों में आपने ! नारी मन की व्यथा को बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति दी है ! बधाई !
बहुत सुन्दर भाव .....
जवाब देंहटाएंमन की बात खूबसूरती से कह ही डाली.
जवाब देंहटाएंkitni sadgi se komalta se man ki baat kah di. acchha hua kah di....ab vo kya samjhe kya pata.
जवाब देंहटाएंbahut sunder abhivyakti.
हाँ जिंदगी में गलतफहमी नही होनी चाहिए और शिकायत के मौके तो एक दम नही |
जवाब देंहटाएंदिल के जज्बातों की सुंदर प्रस्तुति ,खूबसूरत फोटो के साथ
जवाब देंहटाएंwaah...
जवाब देंहटाएंna jne kitni baatein kahni thi
na jane kitni baatein sunni thi
par na us waqt man kaha lag jata hai
tumhari us madhur awaaz mie kyu kho jata hai...
aur fir sochti hu, wo baatein jo kahni thi
aur kahti hu khud se
ki "tumse kaha kyu nahi"
aapki rachna padh ke ye panktiyaan aa gain mere man mei, so likh di... :)
waah kya khyal hai..bahut khoob..
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