मैं हंस दी
उसके इस सवाल पे
सब कुछ क्या होता है
उसने कहा ...
आपकी चाहत, खुशी और हंसी ,
आपकी पसंद
मैं सोच में पड़ गई
क्या कहती
इन बातों से तो मैं खुद भी अंजान थी
मेरी चाहत ...
मन ही मन सोचा
अपने बारे में कभी सोचा ही नहीं मैने
तो उसे क्या बताऊं ...
मेरी खुशी ..
दूसरों के चेहरे पर
मुस्कान के सिवा
कभी कुछ चाहा ही नहीं
मुस्कान के सिवा
कभी कुछ चाहा ही नहीं
मैं उन्हीं खुशियों के बीच
रही हंसती सदा
मेरी पसंद भी ऐसी ही है
जो सबको भा जाए
वही मुझे पसंद है ...
उसने अपनी पलकें
हैरानी से झपकाईं
ऐसा भी कहीं होता है
मैने एक लम्बी सांस ली
ऐसा होता तो नहीं
पर शायद मेरे साथ ऐसा हो गया है ...!!!!
मेरी खुशी ..
जवाब देंहटाएंदूसरों के चेहरे पर मुस्कान
के सिवा कभी कुछ चाहा ही नहीं
मैं उन्हीं खुशियों के बीच
रही हंसती सदा
बेहतरीन अभिव्यक्ति।
सादर
वाह ..
जवाब देंहटाएंसुदर अभिव्यक्ति !!
लगता है हर गृहणी सबकी खुशी ही चाहती है और उसी में अपनी खुशी ढूँढ लेती है .. सत्य को कहती अच्छी रचना
जवाब देंहटाएंजानने की बातों को तो कभी जाना ही नहीं, सुन्दर कविता।
जवाब देंहटाएंमेरी खुशी ..
जवाब देंहटाएंदूसरों के चेहरे पर
मुस्कान के सिवा
कभी कुछ चाहा ही नहीं...तभी तो अब पन्ने ही हमसफ़र हैं
अच्छी कविता , बधाई
जवाब देंहटाएंजो सबको भा जाए
जवाब देंहटाएंवही मुझे पसंद है ...
उसने अपनी पलकें
हैरानी से झपकाईं
ऐसा भी कहीं होता है
दुसरे के लिए जीने कि
कला को दर्शाती सुन्दर रचना.... !!
दूसरों के चेहरे पर
जवाब देंहटाएंमुस्कान के सिवा
कभी कुछ चाहा ही नहीं...
सचमुच ऐसा नहीं होता...
पर होना बड़ा सुखद है....
सुन्दर अभिव्यक्ति...
सादर बधाई...
behtareen jajbaat....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावों से भरी पोस्ट.......सच हम खुद ही नहीं जान पाते की हम क्या चाहते हैं तो दूसरों से क्या कहें........पसंद आई |
जवाब देंहटाएंफुर्सत मिले तो हमारे ब्लॉग 'जज़्बात' पर भी नज़र डालें |
उसने अपनी पलकें
जवाब देंहटाएंहैरानी से झपकाईं
ऐसा भी कहीं होता है
मैने एक लम्बी सांस ली
ऐसा होता तो नहीं
पर शायद मेरे साथ ऐसा हो गया है
बहुत सुंदर एवं गहरे भावों से सजी,सच्चाई को ब्यान करती बेहद सुंदर कविता .....लाजवाब
Sundar abhivyakti...
जवाब देंहटाएंwww.poeticprakash.com
wah!!! bahut hi khoobsurat ehsaas hain.....
जवाब देंहटाएंबहुत बेहतरीन अभिव्यक्ति। धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंसूंदर भावनाओं के साथ लिखी लाजबाब रचना सुंदर पोस्ट....
जवाब देंहटाएंदूसरों की खुशियों पसंद नापसंद में ही ऐसे जीवन गुजर जाता है कि अपनी पसंद जानने का समय ही नहीं या कहे तो होश ही नहीं रहता.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भाव.
बहुत सुन्दर और निश्छल भावो से लिखी बेहतरीन अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंखुशी देने से ही खुशी मिलती है.
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंछठपूजा की शुभकामनाएँ!
दूसरों के चेहरे पर
जवाब देंहटाएंमुस्कान के सिवा
कभी कुछ चाहा ही नहीं
मैं उन्हीं खुशियों के बीच
रही हंसती सदा
मेरी पसंद भी ऐसी ही है
खुशी ढूंढने का शायद यही सबसे अच्छा तरीका है दूसरों के चेहरे पर खुशियाँ लाना
सुंदर प्रस्तुति
सुदर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंउसने अपनी पलकें
जवाब देंहटाएंहैरानी से झपकाईं
ऐसा भी कहीं होता है
मैने एक लम्बी सांस ली
ऐसा होता तो नहीं
पर शायद मेरे साथ ऐसा हो गया है ...!!!!
Vilakshan!
सुंदर।
जवाब देंहटाएंगहरे अहसास।
खूबसूरत अहसास.
जवाब देंहटाएंसुन्दर कविता....
जवाब देंहटाएंदूसरों के चेहरे पर मुस्कान की चाह ... छोटी से चाह ही तो है .. पर कितनी पवित्र ...
जवाब देंहटाएंअलग सोच की कविता....शब्दों का चयन और प्रवाह .....अदभुत
जवाब देंहटाएं....बहुत अच्छी रचना!!
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावों से उपजी रचना |बधाई
जवाब देंहटाएंआशा
bahut badhiya likhti hain aap
जवाब देंहटाएंnice ......
जवाब देंहटाएंaisa hin hota hai, bahut sundar abhivyakti, badhai.
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