हर शब्द का अर्थ उसके मायने कितना अर्थ लिए होते हैं कोई शब्द किसी को जिन्दगी देता है तो किसी को जीना सिखाता है...! ढूंढना कोई अर्थहीन शब्द तो जरा नहीं है न ...ऐसा कोई शब्द हां .. अर्थ बिना जिन्दगी जरूर आज के समय में हीन (हेय) हो जाती है जीना दुश्वार हो जाता है अपने भी पराये हो जाते हैं भूल जाते हैं इस बात को माथा ऊंचा कर के भला सक्रियता किसी भी कर्म में संभव है क्या ...??? सिर को झुकाना पड़ता है कुछ खोज़ने के लिए कुछ पाने के लिए आंखों को केन्द्रित करना पड़ता है जिन्दगी के पन्नों को कभी गौर से पढ़ना कितने गहन अर्थ लिए होती हैजिन्दगी किसी की भी हो कीमती होती है नन्हीं चींटी से लेकर विशालकाय हाथी हां उनकी उम्र कम ज्यादा हो सकती है उसी तरह जैसे शब्दों के अर्थ होते हैं कोई गहरा समुद्र सा कोई बिल्कुल हल्का जैसे एक मुस्कान औपचारिकता भरी ... !! ढूंढना आंखों के बीच सपने किसी बच्चे की विस्मय से कैसे पुतलियां फैलाकर बताता है ख्वाहिशों के बादल जैसे विचरते हैं गगन में वैसे ही मासूम सपने होते हैं हर आंख में ... !!! तुमने कभी पानी देखा है आंखों में या पनीली आंखे ... नहीं न ये भी बस भावुक होती हैं बिछड़ने की बात तो ठीक है मिलन में भी नमी पलकों में दबे पांव उतर आती है ....!!!! |
शब्द शक्ति है,शब्द भाव है.
जवाब देंहटाएंशब्द सदा अनमोल,
शब्द बनाये शब्द बिगाडे.
तोल मोल के बोल,
बहुत,बेहतरीन अच्छी प्रस्तुति,सुंदर सटीक रचना के लिए बधाई,.....
NEW POST...फुहार...हुस्न की बात...
कई शब्द मायने लिए होकर भी अर्थहीन होते हैं
जवाब देंहटाएंहर शब्द के मायने होते हैं...उनकी कीमत हो ये क्या ज़रूरी है...??
जवाब देंहटाएंतब अर्थहीन हो जाते हैं ना..
सस्नेह.
अर्थ बिना जिन्दगी जरूर
जवाब देंहटाएंआज के समय में हीन (हेय) हो जाती है
जीना दुश्वार हो जाता है
अपने भी पराये हो जाते हैं
अर्थ के भी अलग अलग अर्थ हैं ... :)
Kya gazab likhtee hain aap!
जवाब देंहटाएंअर्थ बिना शब्द नहीं होते ...अर्थ बिना जीवन हो जाता है ...वाह ! सदा जी क्या तारीफ करूँ आपकी ..जब भी समय मिलता है आपको पढ़ता जरूर हूँ मैं !
जवाब देंहटाएंjajavab prastuti...bahut sundar...
जवाब देंहटाएंबहुत गहन और शानदार पोस्ट।
जवाब देंहटाएंसच है शब्द और ज़िंदगी न जाने कितना कुछ छुपा है इनमें वाकई अर्थ के भी कई अर्थ होते है।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति......
bahut sundar...
जवाब देंहटाएंनन्हीं चींटी से लेकर विशालकाय हाथी
जवाब देंहटाएंहां उनकी उम्र कम ज्यादा हो सकती है
उसी तरह जैसे शब्दों के अर्थ होते हैं
कोई गहरा समुद्र सा
कोई बिल्कुल हल्का जैसे एक मुस्कान
औपचारिकता भरी ... !!
बस एक ही शब्द कहूंगा; वाह !
बहुत ही बढ़िया।
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत गहरी और अर्थपूर्ण अभिव्यक्ति ...
जवाब देंहटाएंशब्दों की अनवरत और....और सार्थक पोस्ट..... गहन अभिवयक्ति......
जवाब देंहटाएंजिंदगी के पन्नों पर छपे शब्द...हर एक के लिए अलग मायने गढ़ते हैं...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना।
जवाब देंहटाएंगहरी अभिव्यक्ति।
शब्दों के अर्थ होते हैं, कुछ कहे और कुछ अनकहे। उम्दा रचना।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना ...
जवाब देंहटाएंसपनों, शब्दों और अर्थों में सिमटता जीवन..
जवाब देंहटाएंShabdon ki vaani mukhrit ki aapne...shabdon ki herapheri jeevan ko nirarthak kar deti hai....shabd agar idhar ke udhar huye to arth ka anarth...chinta Chita ho jaati aur khuda juda...
जवाब देंहटाएंसुन्दर सार्थक रचना...
जवाब देंहटाएंसादर.
तुमने कभी पानी देखा है आंखों में
जवाब देंहटाएंया पनीली आंखे ... नहीं न
ये भी बस भावुक होती हैं
बिछड़ने की बात तो ठीक है
मिलन में भी नमी
पलकों में दबे पांव उतर आती है ....!!!!
भाव जगत का सारा आलोडन उड़ेल दिया कविता में आपने .बहुत अच्छी रचना .
विस्मित करती हुई रचना..सुन्दर ..अति सुन्दर..
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर भाव
जवाब देंहटाएंतभी तो कहते हैं की शब्दों में ताकत होती है ...
जवाब देंहटाएंभावों को शब्द ही व्यक्त करते हैं ...
ढूंढना आंखों के बीच सपने
जवाब देंहटाएंकिसी बच्चे की
विस्मय से कैसे पुतलियां फैलाकर बताता है
ख्वाहिशों के बादल जैसे विचरते हैं गगन में
वैसे ही मासूम सपने होते हैं
हर आंख में ... !!!
.....अद्भुत भावाभिव्यक्ति...जीवन के हरेक भावों को बहुत सुंदर और सटीक शब्द दिए हैं..बधाई!
शब्दों के अर्थ और अभिव्यक्ति के पार्श्व में छिपी पीड़ा छलक पड़ती है इस कविता में!!
जवाब देंहटाएंशब्द का स्वरूप कुछ भी हो, उसका अर्थ तो शब्द में ही ढूँढना पड़ता है.
जवाब देंहटाएंअपने यहाँ तो शब्द को ‘ब्रह्म’ कहा गया है...!
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर रचना है...बधाई।
.अद्भुत भावाभिव्यक्ति.अति सुन्दर रचना है...बधाई।
जवाब देंहटाएंकल 11/05/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!