tag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post8893462658802684087..comments2024-03-12T13:05:07.318+05:30Comments on SADA: चलो मैं तुम्हारे साथ चलती हूँ !!! सदाhttp://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comBlogger34125tag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-91348696846532843282012-09-15T23:14:14.905+05:302012-09-15T23:14:14.905+05:30भर उड़ान और चल चले गगन के उस पार
जहाँ बसता है खुशिय...भर उड़ान और चल चले गगन के उस पार<br />जहाँ बसता है खुशियों का संसार<br />मैंने और मेरे दोस्त ने भरी है<br />हसने और हँसाने की उड़ान<br />जो आना चाहे हंस कर शामिल हो जाये<br />उडती गाती ये पंछी कहती है हर बार<br /><br />मेरे पोस्ट इसी पर आधारित है, अगर पंजाबी समझ आती है तो जान जायेंगे. अंग्रेजी अनुवाद भी है<br /><br /><br />https://udaari.blogspot.inउड़ता पंछीhttps://www.blogger.com/profile/18357081059384896848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-78321083991781875762012-09-13T16:06:26.620+05:302012-09-13T16:06:26.620+05:30बहुत ही सुन्दर और प्रेरक.
बहुत ही सुन्दर और प्रेरक.<br />Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-89568288442786914742012-09-11T19:58:41.152+05:302012-09-11T19:58:41.152+05:30सुंदर रचना .सुंदर रचना .Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-604228511145112422012-09-11T17:53:19.033+05:302012-09-11T17:53:19.033+05:30आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी। मेरे नए पोस्ट पर आपका स्...आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी। मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-50140098767739467182012-09-11T17:52:51.638+05:302012-09-11T17:52:51.638+05:30आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी। मेरे नए पोस्ट पर आपका स्...आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी। मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-17247785418655683842012-09-11T13:34:53.864+05:302012-09-11T13:34:53.864+05:30कहां तुम्हारा मार्ग अवरूद्ध है
चलो मैं तुम्हारे...कहां तुम्हारा मार्ग अवरूद्ध है <br />चलो मैं तुम्हारे साथ चलती हूँ ...<br /><br />माँ तो खुद या अपनी सीख के माध्यम से कदम कदम पे साथ चलती है ... उसकी पदचाप जो सुनना चाहे उसे साफ़ सुनाई देती है ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-80518775085223856442012-09-11T12:21:08.107+05:302012-09-11T12:21:08.107+05:30माँ के जैसी सिख देने वाला कोई नहीं इस दुनिया में.....माँ के जैसी सिख देने वाला कोई नहीं इस दुनिया में..जीवन की शुरुआत उसी शिक्षा से होती है..सुन्दर रचना बधाई..विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-63143629507667633412012-09-11T09:52:38.762+05:302012-09-11T09:52:38.762+05:30माँ कहा करती है अक्सर
जो होता है अच्छे के लिए हो...माँ कहा करती है अक्सर<br />जो होता है अच्छे के लिए होता है<br />बस हम कुछ क्षणों के लिए<br />घबरा जाते हैं<br />तुम्हें पता है जब तक हम ना चाहें<br />हमें कोई भी दुखी नहीं कर सकता<br />ना ही हमें पराजित<br />हम अपने लिए स्वयं ही<br />शोक उत्पन्न करते हैं<br />विलाप करते हैं <br />behad samvedan !मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-30878330885926804412012-09-11T08:47:13.637+05:302012-09-11T08:47:13.637+05:30यह संबल यह सौम्यता शब्दों की
जो नव चेतना जागृत ...यह संबल यह सौम्यता शब्दों की <br />जो नव चेतना जागृत करे <br />है सिर्फ़ उसी के पास जो<br />हर मुश्किल की पकड़ कर उँगली कहे <br />कहां तुम्हारा मार्ग अवरूद्ध है <br />चलो मैं तुम्हारे साथ चलती हूँ !!!<br />यह है बिना शर्त प्रेम , जो अक्सर माँ ही होती है !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-20254810302222245942012-09-11T08:12:02.622+05:302012-09-11T08:12:02.622+05:30तुम्हें पता है जब तक हम ना चाहें
हमें कोई भी दुख...तुम्हें पता है जब तक हम ना चाहें <br />हमें कोई भी दुखी नहीं कर सकता <br />ना ही हमें पराजित <br />हम अपने लिए स्वयं ही<br />शोक उत्पन्न करते हैं <br />विलाप करते हैं <br />bahut sarthak ...sargarbhit rachna ...<br />utkrisht soch aur abhivyakti bhii ...<br />sadar shubhkamnayen Sada ji ...Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-73752083524089650972012-09-11T07:57:33.991+05:302012-09-11T07:57:33.991+05:30maa to aisi hee hoti hai-ek sambal maa to aisi hee hoti hai-ek sambal अजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-49787216657090961612012-09-11T07:11:51.472+05:302012-09-11T07:11:51.472+05:30तुम्हें पता है जब तक हम ना चाहें
हमें कोई भी दुख...तुम्हें पता है जब तक हम ना चाहें <br />हमें कोई भी दुखी नहीं कर सकता <br />ना ही हमें पराजित <br />हम अपने लिए स्वयं ही<br />शोक उत्पन्न करते हैं <br />विलाप करते हैं <br /><br />बहुत ,बहुत बढ़िया सदा जी डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-76895412238463698022012-09-10T21:23:39.996+05:302012-09-10T21:23:39.996+05:30उत्कृष्ट सृजन।उत्कृष्ट सृजन।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-69395383006153080692012-09-10T21:14:21.685+05:302012-09-10T21:14:21.685+05:30माँ की बात मन में बहुत गहराई से बैठ जाती है |इसी ल...माँ की बात मन में बहुत गहराई से बैठ जाती है |इसी लिए पल पल पर उसकी याद आजाती है |अच्छी और भाव पूर्ण रचना है Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-42831230527786316312012-09-10T20:39:21.361+05:302012-09-10T20:39:21.361+05:30बहुत सुन्दर रचना ...................माँ सही कहती ह...बहुत सुन्दर रचना ...................माँ सही कहती है जो होता है अच्छे के लिए ही होता है Dr. sandhya tiwarihttps://www.blogger.com/profile/15507922940991842783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-51261433057571368292012-09-10T20:18:28.181+05:302012-09-10T20:18:28.181+05:30सुंदर रचना और सुंदर शीर्षक :-)सुंदर रचना और सुंदर शीर्षक :-)संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-54998567162295200912012-09-10T19:45:20.757+05:302012-09-10T19:45:20.757+05:30Dartee hun kaheen phalak se bijlee na gir pade.Dartee hun kaheen phalak se bijlee na gir pade.kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-16423343494233657812012-09-10T18:41:34.814+05:302012-09-10T18:41:34.814+05:30जीवन का सत्य...बहुत सुंदर शब्द..जीवन का सत्य...बहुत सुंदर शब्द..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-82270019503633715032012-09-10T18:14:34.845+05:302012-09-10T18:14:34.845+05:30बहुत सुंदर !बहुत सुंदर !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-67931411017484654472012-09-10T17:49:05.830+05:302012-09-10T17:49:05.830+05:30मन्त्रों में जो शब्द हैं, उन शब्दों में शक्ति ।
क... मन्त्रों में जो शब्द हैं, उन शब्दों में शक्ति ।<br /><br />कठिन परिस्थित से भरे, निबटा जिनसे व्यक्ति ।<br /><br /> निबटा जिनसे व्यक्ति, चेतना जागृत करते ।<br /><br />नई ऊर्जा भक्ति, चुनौती खातिर भरते ।<br /><br />पावन माँ की सीख, करे सब ईश्वर अच्छा ।<br /><br />अनुभव से इंसान, कर सके रविकर रक्षा ।।<br /><br /><br />उत्कृष्ट प्रस्तुति का लिंक <a href="http://dineshkidillagi.blogspot.in/" rel="nofollow"> लिंक-लिक्खाड़ </a> पर है ।।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-10733214122139963302012-09-10T16:55:20.226+05:302012-09-10T16:55:20.226+05:30यह संबल यह सौम्यता शब्दों की
जो नव चेतना जागृत ...यह संबल यह सौम्यता शब्दों की <br />जो नव चेतना जागृत करे <br />है सिर्फ़ उसी के पास जो<br />हर मुश्किल की पकड़ कर उँगली कहे <br />कहां तुम्हारा मार्ग अवरूद्ध है <br />चलो मैं तुम्हारे साथ चलती हूँ !!!<br />अद्भुत भाव जीवन के रंगों से रंगी इन्द्रधनुषी रंग लिए Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-50472937726074323042012-09-10T15:56:10.564+05:302012-09-10T15:56:10.564+05:30माँ कहा करती है अक्सर
जो होता है अच्छे के लिए ह...माँ कहा करती है अक्सर <br />जो होता है अच्छे के लिए होता है <br />बस हम कुछ क्षणों के लिए <br />घबरा जाते हैं <br />तुम्हें पता है जब तक हम ना चाहें <br />हमें कोई भी दुखी नहीं कर सकता <br />ना ही हमें पराजित <br />हम अपने लिए स्वयं ही<br />शोक उत्पन्न करते हैं <br />विलाप करते हैं <br /><br />बेहतरीन और लाजवाब शब्द......हैट्स ऑफ इसके लिए।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-46316464087063567972012-09-10T15:54:49.898+05:302012-09-10T15:54:49.898+05:30नई राह ...एक नई दिशा ..बहुत खूब नई राह ...एक नई दिशा ..बहुत खूब Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-40909121594258915642012-09-10T15:46:09.438+05:302012-09-10T15:46:09.438+05:30manbhaavan rachnamanbhaavan rachnaNirantarhttps://www.blogger.com/profile/02201853226412496906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-76713722454706041682012-09-10T14:34:27.094+05:302012-09-10T14:34:27.094+05:30बहुत सुंदर रचना
तुम्हें पता है जब तक हम ना चाहें...बहुत सुंदर रचना<br /><br />तुम्हें पता है जब तक हम ना चाहें<br />हमें कोई भी दुखी नहीं कर सकता<br />ना ही हमें पराजित<br />हम अपने लिए स्वयं ही<br />शोक उत्पन्न करते हैं<br />विलाप करते हैं <br /><br />बिल्कुल सहमतमहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.com