tag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post5701377915058528416..comments2024-03-12T13:05:07.318+05:30Comments on SADA: कुछ रिश्ते .... (4) सदाhttp://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comBlogger36125tag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-1508922947277281892012-10-08T15:59:29.519+05:302012-10-08T15:59:29.519+05:30रिश्तों को लेकर आपकी लिखी ये सिरीज़ बेहद सुन्दर है...रिश्तों को लेकर आपकी लिखी ये सिरीज़ बेहद सुन्दर है.....हैट्स ऑफ इसके लिए ।इमरान अंसारी https://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-83410668518221549802012-10-08T13:39:45.083+05:302012-10-08T13:39:45.083+05:30रिश्तों को देखने की आपकी यह नजर बहुत खूब है...अच्छ...रिश्तों को देखने की आपकी यह नजर बहुत खूब है...अच्छी प्रस्तुति...Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-60073671931840456312012-10-08T11:48:39.909+05:302012-10-08T11:48:39.909+05:30रिस्तो के बिना तो मानव की कल्पना करना व्यर्थ है...रिस्तो के बिना तो मानव की कल्पना करना व्यर्थ है विनोद सैनीhttps://www.blogger.com/profile/18177623002384744066noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-19168974596863957482012-10-08T09:55:18.942+05:302012-10-08T09:55:18.942+05:30रिश्तों की व्याख्या के लिये जितना भी लिखा जाये कम ...रिश्तों की व्याख्या के लिये जितना भी लिखा जाये कम है फिर भी कुछ शब्दों मे खूबसूरत भावाव्यक्ति।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-9401706076283050192012-10-08T04:50:21.077+05:302012-10-08T04:50:21.077+05:30रिश्तों की खूबसूरत व्याख्या । ये रिश्ते ही जिंदगी ...रिश्तों की खूबसूरत व्याख्या । ये रिश्ते ही जिंदगी को जिंदगी बनाते हैं ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-61546179572731259082012-10-07T12:29:05.810+05:302012-10-07T12:29:05.810+05:30कुछ रिश्ते
मध्यमा, अनामिका
और कनिष्ठिका नहीं ...कुछ रिश्ते <br />मध्यमा, अनामिका <br />और कनिष्ठिका नहीं <br />बल्कि तर्जनी होते हैं <br />जिन्हें पकड़कर कोई <br />बच्चा अपना पहला <br />कदम रखता है <br />विश्वास से.<br /><br />रिश्तों का सहज विश्लेषण. सुंदर प्रस्तुति.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-73107858764766859032012-10-07T10:21:16.187+05:302012-10-07T10:21:16.187+05:30बिना बंधन वाले रिस्तों मे स्थिरता ज्यादा रहती है, ...बिना बंधन वाले रिस्तों मे स्थिरता ज्यादा रहती है, बहुत बढ़िया।Rajputhttps://www.blogger.com/profile/08136572133212539916noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-6151707104521120012012-10-07T09:27:43.970+05:302012-10-07T09:27:43.970+05:30उनका उधार नहीं निपटाया जा सकता ...
सच है !उनका उधार नहीं निपटाया जा सकता ...<br />सच है !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-79253731328643921782012-10-06T19:33:00.768+05:302012-10-06T19:33:00.768+05:30रिश्तों की गहराई को बहुत ही
सुन्दरता से व्यक्त कि...रिश्तों की गहराई को बहुत ही <br />सुन्दरता से व्यक्त किया है<br />बहुत सुन्दर रचना..<br />:-)मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-68519624527446696902012-10-06T16:27:44.177+05:302012-10-06T16:27:44.177+05:30रिश्तों की बहुत नजाकत से विवेचना की है
बहुत भावपू...रिश्तों की बहुत नजाकत से विवेचना की है <br />बहुत भावपूर्ण रचना |<br />आशा Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-24164900109148576892012-10-06T14:48:59.736+05:302012-10-06T14:48:59.736+05:30ऐसे रिश्ते बस जीवन में बने रहें।ऐसे रिश्ते बस जीवन में बने रहें।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-5987353952956603302012-10-06T12:01:33.641+05:302012-10-06T12:01:33.641+05:30वाह जी वाह बस वाह ही वाह कुछ और क्या कहना सुन्दर वाह जी वाह बस वाह ही वाह कुछ और क्या कहना सुन्दर अरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-72968732104543640782012-10-06T10:24:28.148+05:302012-10-06T10:24:28.148+05:30वाकई कुछ रिश्ते तर्जनी जैसे होते है जिन्हें पकड़ क...वाकई कुछ रिश्ते तर्जनी जैसे होते है जिन्हें पकड़ कर जीना सीखते हैं !धीरेन्द्र अस्थानाhttps://www.blogger.com/profile/14444695558664600159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-12629421947888192242012-10-06T08:54:53.964+05:302012-10-06T08:54:53.964+05:30बहुत सुंदर रचना !
बहुत सुंदर रचना !<br /><br />सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-60216857726006373272012-10-06T08:26:54.657+05:302012-10-06T08:26:54.657+05:30कुछ रिश्तों में बंधन नहीं होता
कोई भी
फिर भी वे ब...कुछ रिश्तों में बंधन नहीं होता<br />कोई भी<br />फिर भी वे बंधे होते हैं<br />मजबूती से बिना किसी डोर के<br /><br />रिश्तों की सुंदर परिभाषा । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-90814896384894652312012-10-06T06:05:46.915+05:302012-10-06T06:05:46.915+05:30कुछ रिश्ते अनमोल होते हैं
इनका मोल चुकाने के लिए...कुछ रिश्ते अनमोल होते हैं <br />इनका मोल चुकाने के लिए <br />बेशकीमती खजाने <br />कम पड़ जाते हैं<br /><br />बिल्कुल सही..... सार्थक रचना डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-3651268883534440562012-10-06T04:03:57.179+05:302012-10-06T04:03:57.179+05:30सच में कुछ रिश्ते ऐसे ही होते हैं जिनका कोई मोल नह...सच में कुछ रिश्ते ऐसे ही होते हैं जिनका कोई मोल नहीं होता।Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-61904984998280412922012-10-06T01:12:46.363+05:302012-10-06T01:12:46.363+05:30बहुत ख़ूब! वाह!
कृपया इसे भी देखें-
नाहक़ ही प्य...बहुत ख़ूब! वाह!<br /><br />कृपया इसे भी देखें-<br /><br /><a href="http://cbmghafil.blogspot.in/2012/10/blog-post.html" rel="nofollow"><b>नाहक़ ही प्यार आया</b></a>चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-31364327337807064802012-10-05T22:10:32.193+05:302012-10-05T22:10:32.193+05:30ये ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता,
मैं ज...ये ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता,<br />मैं जब तक घर न लौटूँ माँ मेरी सजदे में रहती है!<br />/<br />बस ऐसा ही एहसास पैदा करती है यह रचना!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-84636133656952018372012-10-05T21:58:07.967+05:302012-10-05T21:58:07.967+05:30कुछ रिश्ते
मध्यमा, अनामिका
और कनिष्ठिका नहीं ...कुछ रिश्ते <br />मध्यमा, अनामिका <br />और कनिष्ठिका नहीं .........कनिष्ठ .......कनिष्ठा .....<br />बल्कि तर्जनी होते हैं <br />जिन्हें पकड़कर कोई <br />बच्चा अपना पहला <br />कदम रखता है <br />विश्वास से<br /><br />कुछ रिश्तों में बंधन नहीं होता<br />कोई भी<br />फिर भी वे बंधे होते हैं<br />मजबूती से बिना किसी डोर के<br />.....सहजीवन से सहवर्धन करतें हैं ये परस्पर संबंधों का ,मिठास का .बहुत बढ़िया प्रस्तुति .बधाई .<br />ram ram bhai<br />मुखपृष्ठ<br /><br />शुक्रवार, 5 अक्तूबर 2012<br />चील की गुजरात यात्रा<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-5135769186312681702012-10-05T21:51:31.028+05:302012-10-05T21:51:31.028+05:30कुछ रिश्ते
मध्यमा, अनामिका
और कनिष्ठिका नहीं ...कुछ रिश्ते <br />मध्यमा, अनामिका <br />और कनिष्ठिका नहीं .........कनिष्ठ .......कनिष्ठा .....<br />बल्कि तर्जनी होते हैं <br />जिन्हें पकड़कर कोई <br />बच्चा अपना पहला <br />कदम रखता है <br />विश्वास से<br /><br />कुछ रिश्तों में बंधन नहीं होता<br />कोई भी<br />फिर भी वे बंधे होते हैं<br />मजबूती से बिना किसी डोर के<br />.....सहजीवन से सहवर्धन करतें हैं ये परस्पर संबंधों का ,मिठास का .बहुत बढ़िया प्रस्तुति .बधाई .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-83266124771047171052012-10-05T21:27:54.455+05:302012-10-05T21:27:54.455+05:30कुछ रिश्तों में बंधन नहीं होता
कोई भी
फिर भी वे ब...कुछ रिश्तों में बंधन नहीं होता<br />कोई भी<br />फिर भी वे बंधे होते हैं<br />मजबूती से बिना किसी डोर के<br /><br />हर रिश्ता खुबसूरत होता है , जिसे आपने बड़ी सुन्दरता से जिया है Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-3705564228953815782012-10-05T19:48:57.626+05:302012-10-05T19:48:57.626+05:30कुछ रिश्तों में बंधन नहीं होता
कोई भी
फिर भी वे ब...कुछ रिश्तों में बंधन नहीं होता<br />कोई भी<br />फिर भी वे बंधे होते हैं<br />मजबूती से बिना किसी डोर के.<br /><br />रिश्तों की अहमियत इंसान के अपनी सोच से जुड़ी होती है. कुछ लोग तो रिश्तों को सिर्फ कपड़ों को बदलने से ज्यादा अहमियत नहीं देते हैं .रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-55420035389193347692012-10-05T19:24:07.617+05:302012-10-05T19:24:07.617+05:30हर रिश्ता को आपने सुन्दरता से व्यक्त किया है .अति ...हर रिश्ता को आपने सुन्दरता से व्यक्त किया है .अति सुन्दर/ <br />hhtp://kpk-vichar.blogspot.inकालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-2593922879804907562012-10-05T19:16:23.929+05:302012-10-05T19:16:23.929+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी...बहुत सुन्दर प्रस्तुति! <br />आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (06-10-2012) के <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर भी होगी!<br />सूचनार्थ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com