tag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post2932710359883099827..comments2024-03-12T13:05:07.318+05:30Comments on SADA: मन थोड़ा अनमना सा ....सदाhttp://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-3456251968506849582017-08-19T16:24:08.425+05:302017-08-19T16:24:08.425+05:30नाम वही, काम वही लेकिन हमारा पता बदल गया है। आदरणी...नाम वही, काम वही लेकिन हमारा पता बदल गया है। आदरणीय ब्लॉगर आपने अपने ब्लॉग पर iBlogger का सूची प्रदर्शक लगाया हुआ है कृपया उसे यहां दिए गये लिंक पर जाकर नया कोड लगा लें ताकि आप हमारे साथ जुड़ें रहे।<br />इस लिंक पर जाएं :::::<br />http://www.iblogger.prachidigital.in/p/best-hindi-poem-blogs.htmliBloggerhttps://www.blogger.com/profile/05073541162346924106noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-4794052983511008192017-07-31T13:32:00.118+05:302017-07-31T13:32:00.118+05:30वाह ...सुंदर पंक्तियाँ वाह ...सुंदर पंक्तियाँ डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-16424110333962641142017-07-26T12:48:17.681+05:302017-07-26T12:48:17.681+05:30बहुत ही सच्ची और गहरी बात कही आपने, शुभकामनाएं.
रा...बहुत ही सच्ची और गहरी बात कही आपने, शुभकामनाएं.<br />रामराम<br />#हिन्दी_ब्लॉगिंग<br />ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-33419295176594297642017-07-24T16:07:26.199+05:302017-07-24T16:07:26.199+05:30वाह ... जब मन उदास होता है तो जी भर के देखा भी नही...वाह ... जब मन उदास होता है तो जी भर के देखा भी नहीं जाता ... <br />गहरी और सच्ची बात ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-64030260404704448872017-07-24T15:51:10.510+05:302017-07-24T15:51:10.510+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (25...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (25-07-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> वहीं विद्वान शंका में, हमेशा मार खाते हैं; चर्चामंच 2677 </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5974912086413824889.post-54007558044045202352017-07-24T11:02:44.108+05:302017-07-24T11:02:44.108+05:30अनमनेपन को सुन्दर शब्दों में समेटा .... फिक्स की ज...अनमनेपन को सुन्दर शब्दों में समेटा .... फिक्स की जगह कुछ और शब्द का चयन किया जाना था . जैसे <br /><br />उन लम्हो को सहेज लिया जो लगे कुछ खास हैं !<br /><br />संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com