हमने ही जाने-अंजाने
जमीं तैयार की थी,
मुहब्बत की
तुमने कहा था न
जब प्यार की बातें होती हैं
वहाँ मेरा साया होता ही है .
बस उसी क्षण
मैने तुम्हारे यह शब्द
चुरा लिये थे
हो सकता है तुम
मेरी इस चोरी के लिए
नाराज हो जाओ मुझसे
या फिर
खामोशी की चादर
ओढ़ लो ...
लेकिन जितना जाना है तुम्हें
उससे यह कह सकती हूं
बस थोड़ी देर की खामोशी होगी
फिर होगा तुम्हारा
वही प्यार
जिसमें हम खामोश रहकर
भी बात कर लिया करते हैं
तुम्हें पता है
बिना तुमसे कुछ कहे
मैं लौट आई
उन अहसासों को
अपने दामन में समेटकर
लेकिन इन शब्दों को
मैं पल-पल
जीती रही जिन्दगी की तरह
कभी करती हूं
बन्दगी तुम्हारी
कभी तुम्हें जी लेती हूं
मन ही मन
सुना है
रिश्ते तो ऊपर वाला बनाता है
चाहे वह कोई भी रिश्ता हो
उसका नाम हो
या फिर
वह बेनाम ही क्यूं न हो
चाहत
जिन्दगी की बंदगी करना सिखा देती है
यह तो सुना होगा तुमने भी
मुझे इजाज़त दे दो
इस बंदगी के लिए
एक मुस्कान के साथ .... :)
जमीं तैयार की थी,
मुहब्बत की
तुमने कहा था न
जब प्यार की बातें होती हैं
वहाँ मेरा साया होता ही है .
बस उसी क्षण
मैने तुम्हारे यह शब्द
चुरा लिये थे
हो सकता है तुम
मेरी इस चोरी के लिए
नाराज हो जाओ मुझसे
या फिर
खामोशी की चादर
ओढ़ लो ...
लेकिन जितना जाना है तुम्हें
उससे यह कह सकती हूं
बस थोड़ी देर की खामोशी होगी
फिर होगा तुम्हारा
वही प्यार
जिसमें हम खामोश रहकर
भी बात कर लिया करते हैं
तुम्हें पता है
बिना तुमसे कुछ कहे
मैं लौट आई
उन अहसासों को
अपने दामन में समेटकर
लेकिन इन शब्दों को
मैं पल-पल
जीती रही जिन्दगी की तरह
कभी करती हूं
बन्दगी तुम्हारी
कभी तुम्हें जी लेती हूं
मन ही मन
सुना है
रिश्ते तो ऊपर वाला बनाता है
चाहे वह कोई भी रिश्ता हो
उसका नाम हो
या फिर
वह बेनाम ही क्यूं न हो
चाहत
जिन्दगी की बंदगी करना सिखा देती है
यह तो सुना होगा तुमने भी
मुझे इजाज़त दे दो
इस बंदगी के लिए
एक मुस्कान के साथ .... :)
मुझे इजाज़त दे दो
जवाब देंहटाएंइस बंदगी के लिए
एक मुस्कान के साथ .... :)
वाह...लाजवाब रचना
नीरज
मन ही मन
जवाब देंहटाएंसुना है
रिश्ते तो ऊपर वाला बनाता है
चाहे वह कोई भी रिश्ता हो
.......बिकुल सही कहा है.....मन में गहराई तक उतरती भावप्रवण पंक्तियाँ बहुत खूबसूरत... एक एक शब्द दिल को छू गया...बहुत खूब सदा दी ...आभार...
बहुत खूबसूरती से एहसासों को लिखा है....बेहतरीन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंजिन्दगी की बंदगी करना सिखा देती है
जवाब देंहटाएंयह तो सुना होगा तुमने भी
मुझे इजाज़त दे दो
इस बंदगी के लिए
एक मुस्कान के साथ ....
बहुत सुन्दर ....
superb
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंप्रेम ही पूजा है
शुभकामनाये
मन की भावनाओ को बाखूबी पेश किया सुंदर पोस्ट ...
जवाब देंहटाएंकभी करती हूं
जवाब देंहटाएंबन्दगी तुम्हारी
कभी तुम्हें जी लेती हूं
मन ही मन
अत्यंत कोमल भावनाओं से सजी कविता. किसी को जी लेना एक बहुत खूबसूरत अहसास है. वाह!
चाहत
जवाब देंहटाएंजिन्दगी की बंदगी करना सिखा देती है
Wahm bhavpurn....Sundar
वाह वाह जितनी तारीफ़ की जाये कम है।
जवाब देंहटाएंजिन्दगी की बंदगी करना सिखा देती है....
जवाब देंहटाएंसुन्दर भावभरी रचना.....
सादर बधाई...
बंदगी के लिए इजाज़त भला क्यों ? वो तो ज़िंदगी ने सिखा दिया न .. आपकी यह रचना मुझे बहुत पसंद आई ..कोई मांग नहीं है बस समर्पण है ..
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर..
जवाब देंहटाएंवाह!
जवाब देंहटाएंलो जी हमारी तरफ से तो इज़ाज़त है .....:))
जवाब देंहटाएंचाहत
जवाब देंहटाएंजिन्दगी की बंदगी करना सिखा देती है
kya baat hai...
shukriya..
बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन भावाभिवय्क्ति.....
जवाब देंहटाएंखुबसूरत अहसास ......
जवाब देंहटाएंयह सही हो भी सकता है कि रिश्ते ऊपर वाला बनाता है लेकिन यह तो बिल्कुल सही है कि चाहत
जवाब देंहटाएंजिन्दगी की बंदगी करना सिखा देती है
खूबसूरत अहसास।
जवाब देंहटाएंगजब की भावनाएं...
बेहतरीन शब्द संयोजन।
सुना है
जवाब देंहटाएंरिश्ते तो ऊपर वाला बनाता है
सच्ची बात!
चाहत
जवाब देंहटाएंजिन्दगी की बंदगी करना सिखा देती है
Bahut Umda Vichar....Sunder Rachna
चाहत बंदगी सिखा देती है !
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
चर्चा मंच-704:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
बढ़िया प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंGyan Darpan
.
मैने तुम्हारे यह शब्द
जवाब देंहटाएंचुरा लिये थे
मासूम चोरी .. वाह
अपने अहसासों के साथ संवाद की अभिव्यक्ति बहुत सुंदर है.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर कविता
जवाब देंहटाएंसच है ये चाहत बंदगी तो सिखा ही देती है ... लाजवाब रचना ...
जवाब देंहटाएंवाह ..प्यार ही बंदगी है ...
जवाब देंहटाएंवही प्यार
जवाब देंहटाएंजिसमें हम खामोश रहकर
भी बात कर लिया करते हैं
बेहतरीन......शानदार |
चाहत
जवाब देंहटाएंजिन्दगी की बंदगी करना सिखा देती है
bhavpoorn...sundar.
सुंदर कविता
जवाब देंहटाएंwaah waah bahut hi bhetreen ...sundar abhiwykati
जवाब देंहटाएंसच है.... "चाहत ज़िंदगी को बंदगी करना सीखा देती है" इसलिए कहीं सुना था एक बार शायद कोई संवाद था की प्यार ज़िंदगी में हर एक इंसान को ज़रूर करना चाहिए क्यूँकि प्यार बुरे से बुरे इंसान को भी बहुत अच्छा बना देता है ..... सार्थक अभिव्यक्ति सदा जी बहुत खूब .....
जवाब देंहटाएंshaandaar prastuti...
जवाब देंहटाएं