दर्द का मौसम
आंसुओं की बारिश
तमन्नाएं फिर भी हंसने की
अभी बाकी हैं
हंसते हुए कभी
आंख भर आए तो
चेहरे को छिपाना मत
वर्ना जिंदादिली का तुम्हारी
चर्चा आम हो जाएगा
कहने वाले ने क्या खूब कहा है ...
बिना लिबास आए थे इस जहान में
बस इक कफ़न की ख़ातिर इतना सफर करना पड़ा
जब जीने की कोई वज़ह न हो
तो जिन्दगी में
पन्नों से बढ़कर हमसफ़र कोई नहीं होता
तुम्हारे हर अश्क को
ये अपने सीने में ज़ज्ब कर लेता है
और किसी के आगे
अपने लब कभी नहीं खोलता
तुम्हारी मायूसियों में
खोजता है
तुमने क्या नहीं पाया है
तुम्हारी कमियां
तुम्हें कभी नहीं गिनाता
नहीं कहता
तुमने क्या दिया है उसे
वह तो बस बांटना जानता है तुम्हारा
अवसाद तुम्हारा दर्द
तुम्हारी खुशी में ...
बिन पंखों के उड़ता है ये
फिर भी तुम मायूस हो जिन्दगी से
इससे शिक़वा कैसा ...
हौसला है तुम्हारे पास
तभी तो जिन्दगी को जीने का असली मज़ा है
तूफ़ानो से लड़कर देखो
साहिल पे पहुंचने का उत्साह
दुगना होगा ...
कोई तुम्हारा नहीं हो सका
इस बात की परवाह मत करो
अपने जैसे किसी
बेगाने की जिन्दगी को कुछ सांसे दे दो
तुम्हारी जिन्दगी को
वज़ह मिल जाएगी जीने की .... !!!
आंसुओं की बारिश
तमन्नाएं फिर भी हंसने की
अभी बाकी हैं
हंसते हुए कभी
आंख भर आए तो
चेहरे को छिपाना मत
वर्ना जिंदादिली का तुम्हारी
चर्चा आम हो जाएगा
कहने वाले ने क्या खूब कहा है ...
बिना लिबास आए थे इस जहान में
बस इक कफ़न की ख़ातिर इतना सफर करना पड़ा
जब जीने की कोई वज़ह न हो
तो जिन्दगी में
पन्नों से बढ़कर हमसफ़र कोई नहीं होता
तुम्हारे हर अश्क को
ये अपने सीने में ज़ज्ब कर लेता है
और किसी के आगे
अपने लब कभी नहीं खोलता
तुम्हारी मायूसियों में
खोजता है
तुमने क्या नहीं पाया है
तुम्हारी कमियां
तुम्हें कभी नहीं गिनाता
नहीं कहता
तुमने क्या दिया है उसे
वह तो बस बांटना जानता है तुम्हारा
अवसाद तुम्हारा दर्द
तुम्हारी खुशी में ...
बिन पंखों के उड़ता है ये
फिर भी तुम मायूस हो जिन्दगी से
इससे शिक़वा कैसा ...
हौसला है तुम्हारे पास
तभी तो जिन्दगी को जीने का असली मज़ा है
तूफ़ानो से लड़कर देखो
साहिल पे पहुंचने का उत्साह
दुगना होगा ...
कोई तुम्हारा नहीं हो सका
इस बात की परवाह मत करो
अपने जैसे किसी
बेगाने की जिन्दगी को कुछ सांसे दे दो
तुम्हारी जिन्दगी को
वज़ह मिल जाएगी जीने की .... !!!
सादे पन्नों को भरने का अद्भुत आमंत्रण सोचता हूँ यहाँ और कवि और लेखक आये क्योँ नही अभी तक . चलिए मैं ही शुरुआत करता हूँ - क्या कहते हैं बिस्मिल्लाह करना . अपने ब्लॉग पर आपकी नयी पोस्ट का आमंत्रण सबसे पहला था और याद आया आप का आमंत्रण हलचल पर तुरंत यहाँ चला आया आना सार्थक हो गया .
जवाब देंहटाएंबेग़ाने की जिंदग़ी को कुछ साँसे देने से बढ़ कर जीने की अच्छी वजह क्या हो सकती है. ख़ूब कहा है. बढ़िया रचना.
जवाब देंहटाएंसरल जीवन का उत्साह परम होता है, इसको ढूँढ लेना बहुत कठिन है।
जवाब देंहटाएंकोई तुम्हारा नहीं हो सका
जवाब देंहटाएंइस बात की परवाह मत करो
अपने जैसे किसी
बेगाने की जिन्दगी को कुछ सांसे दे दो
तुम्हारी जिन्दगी को
वज़ह मिल जाएगी जीने की .... !!!
जीने की वजह को कहती सुन्दर प्रस्तुति
Chahe to saree saansen lele...par koyee begana dikhe to!
जवाब देंहटाएंBahut hee khoobsoorat rachana!
जीने की वजह बखूबी व्यक्त किया है!
जवाब देंहटाएंजब जीने की कोई वज़ह न हो
जवाब देंहटाएंतो जिन्दगी में
पन्नों से बढ़कर हमसफ़र कोई नहीं होता
अच्छी रचना ...
कोई तुम्हारा नहीं हो सका
जवाब देंहटाएंइस बात की परवाह मत करो
अपने जैसे किसी
बेगाने की जिन्दगी को कुछ सांसे दे दो
तुम्हारी जिन्दगी को
वज़ह मिल जाएगी जीने की .... !!!prena deti khubsurat rachna....
जब जीने की कोई वज़ह न हो
जवाब देंहटाएंतो जिन्दगी में
पन्नों से बढ़कर हमसफ़र कोई नहीं होता kitni sachchi baat
बिना लिबास आए थे इस जहान में
जवाब देंहटाएंबस इक कफ़न की ख़ातिर इतना सफर करना पड़ा
सुभानाल्लाह क्या बात कही है.........बेहतरीन.....शानदार |
पन्ने ही लेखकों के अपने हैं।
जवाब देंहटाएंजिन्दगी में
जवाब देंहटाएंपन्नों से बढ़कर हमसफ़र कोई नहीं होता....
सुन्दर प्रस्तुति
जब जीने की कोई वज़ह न हो
जवाब देंहटाएंतो जिन्दगी में
पन्नों से बढ़कर हमसफ़र कोई नहीं होता....
Bahut sundar bhaav....
कोई तुम्हारा नहीं हो सका
जवाब देंहटाएंइस बात की परवाह मत करो
अपने जैसे किसी
बेगाने की जिन्दगी को कुछ सांसे दे दो
तुम्हारी जिन्दगी को
वज़ह मिल जाएगी जीने की .... !!!
मनोबल बढ़ाती हुई कविता।
सादर
करना पड़ा
जवाब देंहटाएंजब जीने की कोई वज़ह न हो
तो जिन्दगी में
पन्नों से बढ़कर हमसफ़र कोई नहीं होता
तुम्हारे हर अश्क को
ये अपने सीने में ज़ज्ब कर लेता है
और किसी के आगे
अपने लब कभी नहीं खोलता
सदा जी एक बेहतरीन रचना सबके दिल की बात कह दी।
इस सार्थक रचना के लिए बधाई स्वीकारें
जवाब देंहटाएंनीरज
अपने जैसे किसी
जवाब देंहटाएंबेगाने की जिन्दगी को कुछ सांसे दे दो
तुम्हारी जिन्दगी को
वज़ह मिल जाएगी जीने की .... !!!
.....बहुत सार्थक सोच...एक एक पंक्ति गहन अहसासों से परिपूर्ण और दिल को छू जाती है और अंतस को निशब्द कर देती है ..बहुत उत्कृष्ट अभिव्यक्ति..
apnee apnee जीने की वजह hai apne apne tareeke hein
जवाब देंहटाएंmeraa tareekaa likh rahaa hoon
सब को पसंद हैं
खूबसूरत चेहरे
कितनी आसानी से
दिल को भूल जाते
मुझे चेहरों से ज्यादा
खूबसूरत
दिल पसंद है
निरंतर
जीने का मकसद
जो देते हैं
बहुत खूब..।
जवाब देंहटाएंincredible ..... :-)
जवाब देंहटाएं'बिना लिबास आए थे इस जहान में
जवाब देंहटाएंबस इक कफ़न की ख़ातिर इतना सफर करना पड़ा...'
गजब के जज्बात।
बेहतरीन... बेमिसाल.... लाजवाब....
aapki ye rachna n padhti to bahut moolywan kavita se vanchit rah jati.
जवाब देंहटाएंगहन विचार समेटे रचना |बधाई
जवाब देंहटाएंआशा
अत्यंत प्रभावशाली सुन्दर पंक्तिया सुन्दरता से रची हुई ...
जवाब देंहटाएंकल 18/11/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
Silence.....
जवाब देंहटाएंबड़बड़ाना छोड़ दो
bahut sundar
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
चर्चा मंच-701:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
शानदार प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंGyan Darpan
Matrimonial Site
तुमने क्या नहीं पाया है
जवाब देंहटाएंतुम्हारी कमियां
तुम्हें कभी नहीं गिनाता
नहीं कहता
तुमने क्या दिया है उसे
वह तो बस बांटना जानता है तुम्हारा
अवसाद तुम्हारा दर्द
बहुत उत्कृष्ट अभिव्यक्ति
गहन विचार सुन्दर सार्थक रचना...
जवाब देंहटाएंसुन्दर भावपूर्ण रचना
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पे आकर उत्साहवर्धन
के लिये आपको दिल से
शुक्रिया !
lajavab...
जवाब देंहटाएंpratyek pankti dil ko chu lenewali hai...
bahut hi gahare bhav
bahut hi sundar....
bemisal....
हम लेखको की कौम ...ही ज्यादा ही क्यूँ सोचती है ...हर लम्हा ...पल पल सोच है कि थमने का नाम ही नहीं लेती ....अकेलेपन की वजह से कलम पकड़ी ...और वो लेखनी बन गई
जवाब देंहटाएंवजह कुछ भी हो ........पर आने लिखा बहुत सच है .......आभार
वाह....
जवाब देंहटाएंजीने की वजह पन्ने हुए ..
बहुत बढ़िया..
तूफ़ानो से लड़कर देखो, साहिल पे पहुंचने का उत्साह दुगना होगा!
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी रचना सदा जी! बहुत धन्यवाद!
बहुत ही बढ़िया
जवाब देंहटाएंसादर