संभावनाओं के द्वार
तुम खटखटाओ
तो सही
मुश्किलें बहुत हैं
दूर है मंजिल ....मगर कितनी ?
तुम पाने को उन्हें
हांथ अपना ब़ढ़ाओ तो सही
हार क्यूं मानना
जो विजयी हुए हैं
उनकी पराजय को तुमने कभी
नंगी आंखों से देखा नहीं
जब भी देखा बस यही सोच रखकर
वह कितना वैभवशाली है
कितना सम्पन्न है
कितना सुख !! ... आह यह ईर्ष्या क्यूं ??
पूछते जो जानते कितनी रातों का जगा है वो
कितने दिनों की भूख ने उसे आज
इस जीत का सम्मान दिया है...
सच तो यही है ...
जिसे हर कोई नहीं जानता
सच का सामना करना पड़ता है
अदम्य साहस से
उसी तरह तुम
सच का सामना करना पड़ता है
अदम्य साहस से
उसी तरह तुम
पराजय का सामना करो
विजय तुम्हारी होगी
बस शंखनाद करना होगा
अपने मन के उन विचारों को
रौंदना होगा अपने कदमों के तले
मन की इन्द्रियों को थामना होगा
अपनी उन्हीं हथेलियो से
जिसकी तर्जनी से
पोछते आए हो आंसू अपने तुम
ये अबोध मुस्कान कैसी
तुम्हारे लबों पर
मेरी बातें तुम्हें दुश्कर लग रही हैं शायद
नादान हो तुम ...
दुश्कर क्या होता है ?
मन के हारे हार है मन के जीते जीत
सुना होगा तुमने भी
आओ उठो .. आगे बढ़ो ... वक्त बढ़ रहा है
अपनी द्रुत गति से
तुम्हें इसके हर पल को पकड़ना है
पहचान करनी है इन पलों से
तभी तुम लिख पाओगे
एक नई इबारत
जिसे पढ़ने के लिए
तुम्हारे अपने भी होंगे कतार में
बस हौसला रखना
दुनिया तुम्हारे कदमों में होगी
विजय की पताका
तुम्हारे हांथों में ....!!!
विजय तुम्हारी होगी
बस शंखनाद करना होगा
अपने मन के उन विचारों को
रौंदना होगा अपने कदमों के तले
मन की इन्द्रियों को थामना होगा
अपनी उन्हीं हथेलियो से
जिसकी तर्जनी से
पोछते आए हो आंसू अपने तुम
ये अबोध मुस्कान कैसी
तुम्हारे लबों पर
मेरी बातें तुम्हें दुश्कर लग रही हैं शायद
नादान हो तुम ...
दुश्कर क्या होता है ?
मन के हारे हार है मन के जीते जीत
सुना होगा तुमने भी
आओ उठो .. आगे बढ़ो ... वक्त बढ़ रहा है
अपनी द्रुत गति से
तुम्हें इसके हर पल को पकड़ना है
पहचान करनी है इन पलों से
तभी तुम लिख पाओगे
एक नई इबारत
जिसे पढ़ने के लिए
तुम्हारे अपने भी होंगे कतार में
बस हौसला रखना
दुनिया तुम्हारे कदमों में होगी
विजय की पताका
तुम्हारे हांथों में ....!!!
बस हौसला रखना
जवाब देंहटाएंदुनिया तुम्हारे कदमों में होगी
विजय की पताका
तुम्हारे हांथों में ....!!!
Mushkil hai bahut aasaan nahee,phir bhee doosara paryaay nahee!
पराजय का सामना करो.. विजय तुम्हारी होगी ... सच ही संभावनाओं के द्वार खोलती अच्छी रचना
जवाब देंहटाएंऐसे ही जज्बे से इतिहास बना करता है।
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं...
बेहतरीन शब्द संयोजन।
मन के हारे हार है मन के जीते जीत
जवाब देंहटाएंसुना होगा तुमने भी
आओ उठो .. आगे बढ़ो ... वक्त बढ़ रहा है
अपनी द्रुत गति से
तुम्हें इसके हर पल को पकड़ना है
...सीधे ह्रदय की बात कह दी आपने कविता के भाव मन को छूते हैं।
विजय की पताका
जवाब देंहटाएंतुम्हारे हांथों में ....!!!
गहरी बात लिए पंक्तियाँ..... बहुत सुंदर
बहुत सुन्दर आह्वान करती संदेशपरक कविता जीवन जीना सिखाती है।
जवाब देंहटाएंतुम्हारी कोई कोई अभिव्यक्ति मन के अंध तमस में जुगनू सी चमक जाती है
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति |
जवाब देंहटाएंबधाई स्वीकारें ||
प्रेरक भावों ने संभावनाओं के द्वार खोल दिए!
जवाब देंहटाएंसंभावनों के द्वार खोलती अति प्रेरक रचना ...शुभकामनायें !!
जवाब देंहटाएंसच तो यही है
जवाब देंहटाएंपराजय का सामना करो
विजय तुम्हारी होगी
बस शंखनाद करना होगा
बहुत ही अच्छी पंक्तियाँ हैं।
सादर
प्रेरक रचना ... !
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाएं !
वाह...बेजोड़ रचना...बधाई स्वीकारें
जवाब देंहटाएंनीरज
प्रेरक और सार्थक रचना ..
जवाब देंहटाएंप्रेरक रचना . सुन्दर प्रस्तुति |हार्दिक शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंसशक्त व प्रभावी .. आपको बधाई सुन्दर रचना के लिए..
जवाब देंहटाएंसार्थक प्रेरक रचना
जवाब देंहटाएंसादर बधाई
sach hai...apne aap to kuchh bhi nahin hota...
जवाब देंहटाएंप्रेरक सुन्दर रचना ..
जवाब देंहटाएंआशा जगाती हुई
तभी तुम लिख पाओगे
जवाब देंहटाएंएक नई इबारत
जिसे पढ़ने के लिए
तुम्हारे अपने भी होंगे कतार में
आशा जगाती हुई सुन्दर रचना ..
संभावनाओं के द्वार खटखटाते रहना होगा।
जवाब देंहटाएंप्रेरणादायक रचना...............
जवाब देंहटाएंपराजय का सामना करो
जवाब देंहटाएंविजय तुम्हारी होगी
बस शंखनाद करना होगा
अपने मन के उन विचारों को
रौंदना होगा अपने कदमों के तले
मन की इन्द्रियों को थामना होगा
अपनी उन्हीं हथेलियो से
जिसकी तर्जनी से
पोछते आए हो आंसू अपने तुम
बहुत ही शानदार रचना...........एक उम्मीद और और एक उत्साह जगती पोस्ट..........हैट्स ऑफ |
मन की इन्द्रियों को थामना होगा
जवाब देंहटाएंअपनी उन्हीं हथेलियों से
जिसकी तर्जनी से
पोछते आए हो आंसू अपने तुम
मन में उत्साह का संचरण करती बहुत ही खूबसूरत अभिव्यक्ति है.
अदम्य साहस से
जवाब देंहटाएंउसी तरह तुम
पराजय का सामना करो
विजय तुम्हारी होगी ...
प्रेरणा देते हैं ऐसे शब्द ... जिसने हारना सीख लिया जीत उसी की होई है ...
बहुत अच्छा संदेश देती संदेशात्मक पोस्ट ....बहुत सुंदर प्रस्तुति सदा जी,....
जवाब देंहटाएंपराजय की कोख से ही जन्मती है विजय
जवाब देंहटाएंबहुत सही, सटीक और तार्किक
उम्मीद और उत्साह जगती पोस्ट
जवाब देंहटाएंsach safal logon ki hame bas uplabdhiyan dikhti hain unke sangharsh nahi...sundar bhav vyakt karti rachna jo hamme ek utsah jagati hai...
जवाब देंहटाएंउत्साह का संचार करती ...बेहतरीन अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंबस हौसला रखना दुनिया तुम्हारे कदमो में होगी,
जवाब देंहटाएंबढ़िया पोस्ट,मुझे अच्छी.बधाई ,,,,
बेहद सुंदर भावपूर्ण रचना ...बेहतरीन अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएं