प्रत्येक आत्मा में अनन्त शक्ति
विद्यमान रहती है
उसके रूप अलग होते हैं
किसी को
उसी आत्मा से श्रद्धा उपजती है
किसी को वेद कंठस्थ होते हैं
कोई हो जाता है
ज्ञान का सागर कोई
रह जाता अल्पज्ञानी
फिर इनमें से ही आगे निकल
कोई निरा अभिमानी .....
कोई हो जाता लोभी इतना
रिश्तों का बलिदान कर देता
कोई दानी इतना बड़ा
खुद की खुशियां हंस के लुटा देता
कोई प्यार के लिये ही जीता उम्र भर
कोई नफरत का कारोबार फैलाता .......
आत्मचिंतन ....मनन करना
संदेश देना जग में निर्मल विचारों का
हर आत्मा का पवित्र होना
परमात्मा की दया पर
निर्भर होता है संस्कारों की छाया तले
फलती फूलती कोमल भावनाएं
प्रेम का सिंचन करती आत्मा जब
जीवन का उद्देश्य पूर्ण हो जाता
आत्मा में अनन्त शक्ति
जवाब देंहटाएंकोई प्यार के लिये ही जीता उम्र भर
कोई नफरत का कारोबार फैलाता .......
बिलकुल सत्य कहा आपने एक एक शब्द संवेदना संजोये है मगर इस अभ्व्यक्ति मे गहरे से छुपी एक मूक अभिव्यक्ति है...वाह ! क्या कहने आपकी सोच के
आदरणीय सदा जी
जवाब देंहटाएंआज की रचना में गहरे दर्शन की अभिव्यक्ति मिलती है। बेमिसाल रचना.....आभार
प्रेम का सिंचन करती आत्मा जब
जवाब देंहटाएंजीवन का उद्देश्य पूर्ण हो जाता
आत्मा में अनन्त शक्ति..!!!!
बहुत प्रगाढ़ जीवन अनुभूति है. सुंदर रचना.
बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंआत्मा की शक्ति से परिचित करवाती सुन्दर रचना |बधाई
जवाब देंहटाएंआशा
ohh bahaut badhiya likha hai aapne Sada.... ek alag vishay... kum se kum maine pahali baar padha
जवाब देंहटाएंजब मैं फुर्सत में होता हूँ , पढ़ता हूँ और तहेदिल से इन भावनाओं का शुक्रगुज़ार होता हूँ ....
जवाब देंहटाएंगहरी साँस भर सोचिये तो अन्दर की शक्ति का भान होता है।
जवाब देंहटाएंबहुत ही अर्थपूर्ण .....,गहरी अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंक्या ज्ञान की बाते कहीं...बहुत सुन्दर...वाह!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना|धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंआत्मचिंतन ....मनन करना
जवाब देंहटाएंसंदेश देना जग में निर्मल विचारों का
हर आत्मा का पवित्र होना
परमात्मा की दया पर
निर्भर होता है संस्कारों की छाया तले
....बहुत सार्थक और गहन चिंतन..बहुत सुन्दर प्रस्तुति..
aatma bhi man ki dasi ho gayi hai jo man ke manan par chalti hai.
जवाब देंहटाएंsunder prastuti.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंआत्मा परमात्मा का ही रूप तो हैं!
राम-राम!
गहन अत्म-चिंतन.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!गहन अत्म-चिंतन.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हृदयस्पर्शी भावाभिव्यक्ति....
जवाब देंहटाएंआत्मा ही तो सबकुछ है ...
जवाब देंहटाएंचिंतन मनन करने वाली प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर..........गहन अभिव्यक्ति......शानदार लगी पोस्ट|
जवाब देंहटाएंतभी तो कहा है आत्मा कभी मेरती नहीं ... जीवित रहती है इस शक्तोई के बल पर अनत काल तक ...
जवाब देंहटाएंकल 23/09/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
बेचैन आत्मा खुश हुई।
जवाब देंहटाएंआत्मा में अनन्त शक्ति.....
जवाब देंहटाएंवाह !!!!
बहुत सुंदर....
जवाब देंहटाएंIndeed a beautiful creation. Loving it.
जवाब देंहटाएंbahut khubsurat kavita
जवाब देंहटाएंतभी तो कहा है आत्मा कभी मरती नहीं ..बहुत सुंदर....
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