शुक्रवार, 19 अगस्त 2011
आया वापस गांधी है ... !!!!
अन्ना तुम संघर्ष करो,
हम तुम्हारें साथ हैं .. !!!
वंदे मातरम् .. !!!!
इन शब्दों की बुलन्दी से
मचा गगन में शोर है ... !
सारा भारत अनेकता से एकता के सूत्र में
बंध गया है ... !!
सत्य का यह इकलौता शस्त्र
जिससे हर भ्रष्टाचारी
भयभीत है ....
ये भ्रष्टाचार है... ये अत्याचार है ..
यह कहने के बजाय हम
बेआवाज हो गये थे
देख के अनदेखा कर गये
सुनकर अनसुना कर गये
उसे पुकारा है अन्ना ने
उनकी इस आवाज में ऐसा जोश है
हर हिन्दुस्तानी नींद से जाग गया है ...!!
स्वाधीनता दिवस को फहराया तिरंगा
आज भी लहरा रहा है
बच्चे-बच्चे के हांथ में ....
देश प्रेम का ऐसा ज़ज्बा जागा है
जिसको देखो
वो इस लड़ाई में शामिल है
लंगड़ा भी दौड़ रहा है
गूंगा भी बोल रहा है
ये वो आंधी है
जिसकी बयार हर तरफ बही है
जिसने सिर्फ एक ही बात कही है
मुल्क में आया वापस गांधी है ... !!!!
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- मन को छू लें वो शब्द अच्छे लगते हैं, उन शब्दों के भाव जोड़ देते हैं अंजान होने के बाद भी एक दूसरे को सदा के लिए .....
बिलकुल सही कहा आपने अपने देश का यह बदला हुआ रूप ही है
जवाब देंहटाएंGreat feelings.....
जवाब देंहटाएंहितकारी भावनाओं के रंग से सजी कविता.
जवाब देंहटाएंsarthak abhivyakti .aabhar
जवाब देंहटाएंise kahte hain aandhi...
जवाब देंहटाएंये तो अभी इस आंधी की शुरुआत है....
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया!
जवाब देंहटाएंअन्ना जी को ताकत देना, लोकपाल को लाने की।
आज जरूरत है जन-जन के सोये सुमन जगाने की।।
आँखे करके बन्द चमन के माली अलसाये हैं,
नौनिहाल पादप जीवन की बगिया में मुर्झाये हैं,
आज जरूरत है धरती में, शौर्य बीज उपजाने की।
आयी है अन्ना की आंधी
जवाब देंहटाएंजैसे फिर से जन्मे गांधी
जागो,उठो आवाज़ लगाओ
भ्रष्ट तंत्र से देश बचाओ
वन्दे मातरम्
bilkul sahi kha..jai hind
जवाब देंहटाएंये वो आंधी है
जवाब देंहटाएंजिसकी बयार हर तरफ बही है
जिसने सिर्फ एक ही बात कही है
मुल्क में आया वापस गांधी है .
anna jo bhi kar rahe hain ham sabhi ke liye kar rahe hain isliye inke sath hona to swayam khud ke sath hona hai.sundar abhivyakti badhai.
आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा आज शनिवार के चर्चा मंच पर भी की गई है!
जवाब देंहटाएंयदि किसी रचनाधर्मी की पोस्ट या उसके लिंक की चर्चा कहीं पर की जा रही होती है, तो उस पत्रिका के व्यवस्थापक का यह कर्तव्य होता है कि वो उसको इस बारे में सूचित कर दे। आपको यह सूचना केवल इसी उद्देश्य से दी जा रही है! अधिक से अधिक लोग आपके ब्लॉग पर पहुँचेंगे तो चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा।
आस भरी पंक्तियाँ।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया!
जवाब देंहटाएंये वो आंधी है
जवाब देंहटाएंजिसकी बयार हर तरफ बही है
जिसने सिर्फ एक ही बात कही है
मुल्क में आया वापस गांधी है ....
bilkul sahi baat.
.
आस्था और विश्वास से ओतप्रोत सुन्दर रचना !
जवाब देंहटाएंसुन्दर बात...
जवाब देंहटाएंगांधी का साथ ना छोड़े हम...
गद्दारों का गुरुर तोड़ें हम....
मैं भी अन्ना तू भी अन्ना
सत्य से रिश्ता जोड़ें हम...."
उम्मींद पर दुनिया कायम है सही सोंच .....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर कविता...आज भी भ्रष्टाचार के बीच सदाचार जिन्दा है..कविता बेहद सामयिक और सुन्दर ..देशभक्ति से ओतप्रोत..
जवाब देंहटाएंसबके दिल की बात ,सुंदर भाव
जवाब देंहटाएंYe jo humare anna hain
जवाब देंहटाएंInki bas ek hi tamanna hai
Fir se aajadi mile hume
Ek baar fir s
Bharat sa, Bharat ko banana hai...
Bahut sundar bhav.. Aabhar..
बहुत सुन्दर ,वाह . जितनी तारीफ करूं कम है...
जवाब देंहटाएंसचमुच अभी तो अन्ना गांधी की भूमिका निभा रहे हैं इस भ्रष्ट-तंत्र में ...
जवाब देंहटाएंये वो आंधी है
जवाब देंहटाएंजिसकी बयार हर तरफ बही है
जिसने सिर्फ एक ही बात कही है
मुल्क में आया वापस गांधी है ... !!!!
......देशभक्ति से ओतप्रोत सुन्दर रचना !
उत्कृष्ट ,सामयिक रचना !
जवाब देंहटाएंसामयिक और सच्ची रचना ।
जवाब देंहटाएंdil ko chhune wali rachna
जवाब देंहटाएं