पल-पल वक्त के साथ कदम मिला के चल,
ठहरता नहीं यहां किसी के लिये कोई भी पल ।
बीते वक्त की बातों से सीख लेना सदा ही,
जाने वाला लम्हा लौटेगा नहीं, वो होगा कल ।
नया पल, नया दिन लेकर आ रहा है ये साल,
नया, मुस्करा के जरा इसका स्वागत करें चल ।
भूल के गिला-शिकवा दोस्तों से मिल के बांटो,
खुशी, मुबारक हो साल नया दो दुआ इस पल ।
आएंगी बहारें खुद चमन में मुस्कराते हुये मिलोगे,
महकेगा आंगन फूलों की खुश्बू से तेरा हर पल ।
वादा करें तो तोड़े नहीं, अपनों को साथ लें हम,
उम्मीद का दामन कभी छूटे न किसी भी पल ।
आगमन नये साल का, विदा करना हर साल एक,
नये साल को, फिर सजाना आने वाला नया कल !